सावधान : पत्रकार का चोला पहनकर डरा धमकाकर उगाही करता घूम रहा एक गिरोह
बरेली : अवैध उगाही के धंधे में लिप्त एक गिरोह पत्रकार बनकर लोगों से डरा धमकाकर उगाई का धंधा कर रहा है। ऐसे ही एक गिरोह के खिलाफ एक पीड़ित ने एसएसपी ऑफिस पहुंचकर शिकायत की है।
दरअसल यह पूरा मामला सीबीगंज थाना क्षेत्र के सनौआ का है। जहां पर इस गिरोह के लोगों ने एक गरीब कबाड़े वाले को निशाना बनाया। कबाड़ी नागराज पुत्र लक्ष्मण मूल रूप से साउथ का रहने वाला है, पिछले 7 वर्षों से सीबीगंज के सनौआ में कबाड़ा खरीदने का काम करता है। बृहस्पतिवार की सुबह 9:00 बजे इस गिरोह के चार लोग नागराज के कबाड़े में उसकी गैर मौजूदगी में दो बार आए और एक बार उसके कबाड़े में घुसे और लगभग 10 मिनट तक उसके कबाड़े में मौजूद रहे।
इस दौरान एक व्यक्ति कुछ ज्यादा समय तक कबाड़े में मौजूद रहा और तीन लोग बाहर खड़े होकर रखवाली करते रहे। फिर यह चारों लोग नागराज के कबाड़े से चले गए। दूसरी बार जब नागराज अपने कबाड़े पर आ गया तो लगभग 10 मिनट बाद वही लोग फिर से नागराज के कबाड़े पर आ गए। नागराज से कहने लगे कि हम अपने कबाड़े की दुकान से चोरी हुए सामान की तलाश कर रहे हैं। फिर अचानक एक कट्टे को देखकर कबाड़े पर पहुंचे लोगों ने कहा कि इस कट्टे में क्या है ? इसको लौटकर दिखाओ। जब नागराज के लड़के ने उस कट्टे को लौटा तो उसके अंदर रेलवे का लगभग 5 किलो सामान मौजूद था।
नागराज के कबाड़े पर जितनी बार भी इस गिरोह के लोग पहुंचे हर बार वह बराबर में लगे CCTV कैमरे में कैद हो गए। नागराज ने उन लोगों से कहा कि यह कट्टा यहां पर कैसे आया हमें नहीं पता यह हमारे कबाड़े का नहीं है हम लोहा नहीं खरीदते हैं।
फिर उन लोगों ने नागराज की वीडियो बनाना शुरू कर दी, इस दौरान मोहल्ले के और लोग भी आ गए और कहने लगे कि नागराज इस तरीके का आदमी नहीं है। लोगों ने नागराज के कबाड़े पर आए लोगों की वीडियो बना ली। वीडियो बनती देख चारों लोग वहां से चले गए। फिर यह लोग नागराज को फोन करके अपने चौपला स्थित ऑफिस बुलाने लगे और कहने लगे यहां पर आओ उनका साफ उद्देश्य नागराज से पैसे लेने का था।
इसके बाद नागराज ने मुख्यमंत्री पोर्टल ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई और एसएसपी बरेली को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर उसको षड्यंत्र रचकर पैसों की उगाही करने की शिकायत की । खुद को फंसता देख नागराज के फोन पर गिरोह के एक व्यक्ति का फोन आने लगा और नागराज से समझौता करने की बात कहने लगे। कहीं फंस नहीं जाएं इसलिए गिरोह के लोगों ने आरपीएफ को बुला लिया आरपीएफ की प्राथमिक जांच में भी मामला संदिग्ध प्रतीत हुआ। फिलहाल अभी मामले में आरपीएफ जांच कर रही है। आरपीएफ की जांच के घेरे में वह संदिग्ध लोग भी है जो खुद को पत्रकार बताकर नागराज को फंसाने का प्रयास कर रहे हैं।
इसमें कई ऐसे सवाल हैं जो संदेह के घेरे में हैं, जिससे प्रतीत होता है की नागराज के कबाड़े पर पहुंचे लोग नागराज को फसाने का प्रयास कर रहे हैं।
1.अगर नागराज रेलवे का सामान खरीदता था तो फिर रेलवे से शिकायत क्यों नहीं की गई ?
2. नागराज के कबाड़े में उसकी अनुपस्थिति में यह चारों संदिग्ध लोग क्यों गए और इतनी देर तक उसके कबाड़े में क्या कर रहे थे ?
3. पत्रकार का काम खबरों का प्रकाशन और प्रसारण करना है फिर पत्रकार नागराज को अपने ऑफिस क्यों बुला रहे थे ?
4. नागराज ने जब एसएसपी ऑफिस पहुंचकर शिकायत की तो उसके मोबाइल पर फोन करके किस बात का समझौता करने की बात कर रहे थे ?
फिलहाल सारे मामले में जिन कथित पत्रकारों ने कबाड़ी नागराज को फसाने का प्रयास किया है तो दूसरी तरफ वही कथित पत्रकार भी संदेह के घेरे में है। आरपीएफ इस मामले में गहनता से जांच कर रही है। आरपीएफ की जांच में बहुत जल्द दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
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दरअसल बरेली में एक ऐसा गिरोह पनपा हुआ है जो खुद को पत्रकार बताता है , अगर इनको रोक कर इनकी शैक्षिक योग्यता पूछी जाए तो कई तो ऐसे हैं जिन्हें अपने नाम के हस्ताक्षर तक करना नहीं आते और खुद को पत्रकार बताते हैं।इस गिरोह में कबाड़ी का काम करने वाले, रिक्शा चलाने वाले, फल वाले , सट्टा लगवाने वाले सभी तरह के लोग सामिल हैं । तथा अनपढ़ लोग भी शामिल हैं जो पत्रकार का आई कार्ड लिए घूम रहे हैं और लोगों को हड़काकर वसूली अभियान चलाए हुए हैं। ऐसे गिरोह पर सख्त कार्रवाई होना नितांत आवश्यक है।