खानकाहे नियाजिया से निकला यौमे आशूरा का जुलूस
बरेली। आज दसवीं मोहर्रम को बड़ी हकीकत के साथ गम के माहौल में हजरत मेहंदी मियां की कयामत में जुलूस निकाला गया।इस मौके पर खानकाहे नियाजिया के सज्जादा नशीन ने कहा कि दसवीं मोहर्रम को इमाम हुसैन की याद में ही जुलूस निकाला जाता है जो कर्बला तक पहुंचता है। उन्होंने इंसाफ और हक के लिए अपनी कुर्बानी दी। अपनी कुर्बानी देकर उन्होंने इस्लाम मजहब में एक मिसाल पेश की है। हिंदू मुसलमान सभी इस जुलूस में शामिल होते हैं,यह एकता और अखंडता का प्रतीक है।
शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरता हुआ यह जुलूस कर्बला तक पहुंचता है और ताजियों को दफन किया जाता है। लोग अपनी मन्नत मुराद मांगते हैं और मैं बरेली वासियो को यही संदेश देना चाहता हूं कि हज़रत इमाम हुसैन की कुर्बानी से सबक ले। इंसाफ और ईमान के रास्ते पर चलें , हर साल यह जुलूस निकाला जाता है जोकि इमाम हुसैन की कुर्बानी को याद दिलाता है।