वीके यादव के फर्जी इंस्टिट्यूट पर फिर चला कानून का चाबुक
बरेली । पहले भी फर्जी इंस्टिट्यूट चला चुके , बिना डिग्री के एमबीबीएस डीसीएच बताकर आईएमए का सदस्य बन बरेली गौरव का सम्मान हासिल कर चुके तथा फर्जी तरीके से हॉस्पिटल का संचालन कर चुके, और अब दोबारा से फर्जी इंस्टिट्यूट खोल कर बच्चों को गुमराह कर उनके समय को बर्बाद करने तथा मोटी फीस वसूलने वाले वीके यादव और उसके इंस्टिट्यूट पर कानून का चाबुक चल गया है।
वृहस्पतिवार को स्वास्थ्य विभाग तथा पुलिस विभाग ने संयुक्त रूप से इज्जतनगर थाना क्षेत्र के बन्नूबाल कॉलोनी में चल रहे फर्जी इंस्टिट्यूट पर छापेमारी की। यह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल नाम से संचालित किया जा रहा था। इसमें लगभग 500 बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आ रहे थे। इंस्टिट्यूट में जब सील करने की कार्यवाही हुई तो बच्चों को पता चला कि इंस्टिट्यूट फर्जी तरीके से चलाया जा रहा है तो बहुत परेशान होने लगे और वीके यादव से वहीं अपने दिए फीस के पैसों की मांग करने लगे।
वीके यादव और प्रिंसिपल पुलिस हिरासत में
फर्जी इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर वीके यादव और प्रिंसिपल जगदीशचंद्रा को पुलिस पकड़ कर थाने ले आई तथा कुछ कागजातों को जप्त किया और एक अन्य शिक्षक को भी पकड़कर पुलिस थाने लेकर आई। पुलिस ने लैपटॉप, मोबाइल और कुछ दस्तावेजों को अपने पास रख लिया है और हर तरीके से छानबीन की जा रही है।
फर्जी प्रमाणपत्र किए जाते थे जारी
इस छापेमारी के समय स्वास्थ्य विभाग से एसीएमओ हरपाल सिंह तथा भानु प्रकाश और बारादरी इंस्पेक्टर अभिषेक सिंह तथा उनकी टीम और इज्जतनगर इंस्पेक्टर अरुण कुमार व उनकी टीम छापामारी के लिए फर्जी इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंस बन्नुवाल कॉलोनी पहुंची जहां पर बच्चों के लिए जारी किए जाने वाले प्रमाण पत्रों को जब देखा गया तो पता चला कि यह फर्जी है। पूर्ण रूप से फर्जी दस्तावेजों को इंस्टीट्यूट से जारी किया जाता था और बच्चों के भविष्य को तबाह किया जाता था। वीके यादव और प्रिंसिपल जगदीशचंद्रा के खिलाफ थाना इज्जतनगर में धारा 420, 467, 468 ,471 और मेडिकल एक्ट की धारा 15 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पता चलने पर बच्चों ने काटा हंगामा ,ठाकुर राहुल सिंह ने कहा कि हम दिलवाएंगे इंसाफ
इंस्टिट्यूट फर्जी होने का पता चलने पर बच्चे भी पीछे पीछे थाने तक पहुंच गए और बच्चों ने करणीसेना के जिला अध्यक्ष ठाकुर राहुल सिंह से मदद मांगी। वही ठाकुर राहुल सिंह ने बच्चों के साथ पहुंचकर थाना प्रभारी को प्रार्थना पत्र दिया और बच्चों की ओर से भी कानूनी कार्रवाई करने को कहा वहीं थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच पूर्ण होने के बाद बच्चों की ओर से एफआईआर दर्ज की जाएगी। फिलहाल वीके यादव के अकाउंट को सीज किया जाएगा ताकि वह अपने खाते से पैसे डाल निकाल ना सके।
पहले हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंस के नाम से चलता था फर्जी इंस्टीट्यूट
ऐसा नहीं कि वीके यादव ने यह इंस्टिट्यूट पहली बार खोला है। इससे पहले वीके यादव ने इज्जतनगर थाना क्षेत्र के मुंशी नगर पीलीभीत बायपास रोड के निकट हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंस के नाम से खोला था। पहले भी इसी तरीके की जानकारी होने पर बच्चों ने तत्कालीन जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की थी तब भी इस इंस्टिट्यूट के फर्जीवाड़े का मामला निकल कर सामने आया था और इंस्टीट्यूट के संचालन पर रोक लगा दी गई थी। इसके बाद वीके यादव ने जगह और नाम बदल कर दूसरा फर्जी इंस्टिट्यूट इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंस खोल दिया जिस पर अब कार्यवाही हुई है।
फर्जी डिग्री के दम पर चलाता था अस्पताल करता था ऑपरेशन
वीके यादव ने 100 फुटा रोड के सामने पीलीभीत बाईपास पर हिंदुस्तान हॉस्पिटल के नाम से एक हॉस्पिटल खोला था जिसने अपने चेंबर के बाहर अपना नाम डॉ. वीके यादव और डिग्रियां एमबीबीएस,डीसीएच लिख कर रखता था। मीडिया के पहल करने के बाद वर्ष 2017 में इस अस्पताल को तत्कालीन सीएमओ विजय यादव द्वारा बंद करवा दिया गया था।
डॉक्टर की डिग्री नहीं पर आईएमए ने दिया था बरेली गौरव का सम्मान
डॉक्टरों की एक संस्था आईएमए के द्वारा भी वीके यादव ने बरेली गौरव का सम्मान हासिल किया था। जबकि वीके यादव के पास डॉक्टरी की कोई डिग्री नहीं थी। तत्कालीन एसीएमओ डॉ अशोक द्वारा जब इस मामले की जांच की गई थी तब पता चला था कि वीके के पास कोई भी डॉक्टरी की डिग्री नहीं है।
करणी सेना के जिला अध्यक्ष बच्चों को इंसाफ दिलाने के लिए डीएम को देंगे ज्ञापन
करणी सेना के जिला अध्यक्ष ठाकुर राहुल सिंह का कहना है कि वह बच्चों को इंसाफ दिलाने के लिए आज जिला अधिकारी कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन देंगे और बच्चों के भविष्य को तबाह करने वाले वीके यादव के खिलाफ बच्चों की ओर से भी मुकदमा लिखवाने और उनके फीस को वापस करने की कार्रवाई करने को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया जाएगा।