21,22,23 सितम्बर को मनाया जाएगा उर्स-ए-रज़वी
बरेली । आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खान फ़ाज़िले बरेलवी का 104वां विश्व प्रसिद्ध उर्स-ए-रज़वी 21,22 व 23 सितम्बर को बरेली के इस्लामिया मैदान में मनाया जाएगा। उर्स की तारीखो का ऐलान आज दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) व सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) ने पोस्टर जारी कर संयुक्त रूप से किया।
23 सितंबर को 2:38 पर होगा कोई कुल
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि उर्स का आगाज़ 21 सितंबर बरोज़ बुद्ध को शाम 5 बजे दरगाह प्रमुख हज़रत सुब्हानी मियां के हाथों परचम कुशाई की रस्म से होगा। इसी दिन अन्तर्राष्ट्रीय नातिया मुशायरा होगा। दूसरे व आखिरी दिन उलेमा की तकरीर होगी। समापन 23 सितंबर को दोपहर 2 बजकर 38 मिनट पर कुल शरीफ की रस्म के साथ होगा। उर्स में शिरकत के लिए दुनियाभर से मशहूर ख़ानक़ाहों के सज्जादागान, नामवर उलेमा,शोहरा,मुरीदीन व अक़ीदतमंद लाखों की संख्या में बरेली पहुँचते है।
कोविड-19 की वजह से सीमित लोगों की संख्या में 2 साल से मनाया जा रहा था उर्स
उर्स की तैयारियां बड़े पैमाने पर शुरु हो चुकी है। गौरतलब है कि पिछले दो सालों से कोविड-19 की पाबन्दियों की वजह से उर्स बेहद सादगी के साथ सीमित संख्या में मनाया गया था। दुनियाभर के अकीदतमंदों को उर्स की तारीखों की सूचना सोशल मीडिया व पोस्टर के द्वारा भेजी जा रही है।
मुसलमानों के धार्मिक शैक्षिक सामाजिक मसलों पर उलेमा करेंगे चर्चा
मदरसा मंज़र-ए-इस्लाम के वरिष्ठ शिक्षक मुफ़्ती सलीम नूरी बरेलवी ने बताया कि उर्स में उलेमा मज़हब-ए-इस्लाम,पैगम्बर-ए-इस्लाम के अलावा बुजुर्गों और आला हज़रत ने जो मज़हब-ओ-मिल्लत खिदमात अंजाम दी उस पर भी तक़रीर करेंगे। इसके अलावा मुसलमानों के धार्मिक(मज़हबी),शैक्षिक(इल्मी) व सामाजिक(माशी) मसलों पर भी उलेमा चर्चा करेगें। सभी कार्यक्रम दरगाह परिसर व इस्लामिया मैदान में सम्पन्न होंगे। आला हजरत के कुल शरीफ के अलावा हुज्जातुल इस्लाम,मुफ़्ती-ए-आज़म,मुफ़स्सिर-ए-आज़म और रेहान-ए-मिल्लत के कुल शरीफ की भी रस्म अदा की जाएगी।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर टीटीएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शाहिद नूरी,औररंगज़ेब नूरी,नासिर कुरैशी,परवेज़ नूरी,अजमल नूरी,ताहिर अल्वी,हाजी जावेद खान,शान रज़ा, मंज़ूर खान,सय्यद फैज़ान अली,आसिफ रज़ा,तारिक सईद,मुजाहिद बेग,खलील क़ादरी,जुहैब रज़ा,आलेनबी,साकिब रज़ा,सय्यद माजिद अली,सय्यद एज़ाज़,इशरत नूरी,काशिफ सुब्हानी,यूनुस गद्दी,आरिफ रज़ा, मुस्तक़ीम नूरी,साजिद नूरी,काशिफ रज़ा,सुहैल रज़ा,अरबाज़ रज़ा,गौहर खान,हाजी अब्बास नूरी,ज़ीशान कुरैशी,अब्दुल माजिद,नईम नूरी,इरशाद रज़ा,अश्मीर रज़ा, अजमल रज़ा,समी खान,जावेद खान,इमरान खान,मोहसिन खान,शारिक बरकाती,सैफ रज़ा,सय्यद सैफी,सय्यद फरहत,सबलू रज़ा, सय्यद जुनैद,नदीम खान आदि लोग मौजूद रहे।