उर्स-ए-ख़्वाजा:दरगाह आला हजरत पर भी दे रहे जायरीन हाजिरी
बरेली । ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी का 811वाँ उर्स-ए-ख़्वाजा का आगाज़ 18 जनवरी को परचम कुशाई की रस्म के साथ अजमेर शरीफ में शुरू हो चुका है।
दुनियाभर से अकीदतमंद उर्स में शिरकत करने अजमेर शरीफ पहुँच रहे है। इसी कड़ी में बरेली स्थित दरगाह आला हज़रत पर भी नेपाल के अलावा मुल्क के कोने-कोने से बड़ी संख्या में ज़ायरीन रेल व सड़क मार्ग द्वारा हाज़िरी देने पहुँच रहे है।
सड़क मार्ग द्वारा आने वाले ज़ायरीन की बसों का पड़ाव पुरानी पुलिस लाइन से दूल्हा मियां के मज़ार तक है। दरगाह व जिला प्रशासन की ओर से ज़ायरीन की सहूलियत के लिए मोबाइल शौचालय,पानी के टैंक,व वुज़ू की व्यवस्था की गई है। ज़ायरीन की आमद रात दिन हो रही है। अकीदतमंदों का दरगाह पर तांता लगा हुआ है। दरगाह पर गुलपोशी, चादरपोशी के बाद ज़ायरीन फातिहा के बाद सभी के लिए दुआ कर रहे है। दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) व सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) से मुलाकात कर दाखिले सिलसिला हो रहे है। दुआ कराने के बाद ज़ायरीन आगे के सफर पर रवाना हो रहे है। ये सिलसिला 25 जनवरी तक चलेगा। दरगाह के वरिष्ठ मुफ़्ती सलीम नूरी बरेलवी ने बताया कि इस मर्तबा नेपाल के अजमेर शरीफ जाने वाले ज़ायरीन जो नेपाल के कोने-कोने से दरगाह पर हाज़िरी देने पहुँच रहे है।
ज़ायरीन की खिदमत में टीटीएस के हाजी जावेद खान,शाहिद नूरी,नासिर कुरैशी,अजमल नूरी,परवेज़ नूरी,मंज़ूर खां,ताहिर अल्वी,औररंगज़ेब नूरी,गौहर खान,शान रज़ा,आसिफ रज़ा,तनवीर रज़ा,आलेनबी,इशरत नूरी,नईम नूरी,सय्यद माजिद,शाद रज़ा,मुजाहिद नूरी,खलील क़ादरी,सय्यद एजाज़,तारिक सईद,अब्दुल माजिद खान,साकिब रज़ा,नफीस खान,अश्मीर रज़ा,आसिफ नूरी,मोहसिन रज़ा,काशिफ सुब्हानी,हाजी अब्बास,अरबाज़ रज़ा आदि लगे है।