नाबालिग को बहला-फुसलाकर ले जाने व सिंदूर भरने के मामले में दो अभियुक्त गिरफ्तार, पॉक्सो एक्ट में कार्रवाई

बरेली। थाना शीशगढ़ पुलिस ने नाबालिग किशोरी को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाने और उसकी मांग में सिंदूर भरने के गंभीर मामले में दो वांछित अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट व बीएनएस की सुसंगत धाराओं में कार्रवाई की है। यह मामला दीपावली के दौरान मेहमानी पर आए रिश्तेदारों से जुड़ा है, जो लौटते समय 14 वर्षीय किशोरी को अपने साथ ले गए थे।
पुलिस के अनुसार, वादिनी की नाबालिग बेटी 29 नवंबर को अचानक घर से गायब हो गई थी। उसी दिन किशोरी ने अपनी बड़ी बहन के मोबाइल फोन पर अभियुक्त करन के साथ माला डाले हुए फोटो भेजे थे। इन तस्वीरों में किशोरी की मांग में सिंदूर भरा हुआ दिखाई दिया, जिससे परिवार के होश उड़ गए। बड़ी बेटी ने जब यह फोटो अपनी मां को दिखाया तो वह स्तब्ध रह गई। परिवार ने रिश्तेदारों और आसपास के लोगों से किशोरी की तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग सका।
घटना की गंभीरता को देखते हुए वादिनी ने 3 दिसंबर को थाना शीशगढ़ में तहरीर दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुनिया पत्नी अशोक, अशोक पुत्र नामालूम और करन पुत्र अशोक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। मामला नाबालिग से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने जांच को प्राथमिकता में लेते हुए तेजी से कार्रवाई शुरू की।
मुखबिर की सूचना पर उप निरीक्षक सुनील कुमार ने अपनी टीम के साथ झुमका तिराहा के पास घेराबंदी कर अभियुक्त करन (19 वर्ष) और अभियुक्ता मुनिया (42 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत विधिक कार्रवाई करते हुए उन्हें न्यायालय में प्रस्तुत करने की तैयारी शुरू कर दी है। तीसरे अभियुक्त अशोक की तलाश में पुलिस जुटी हुई है और उसके संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही है।
पुलिस का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और किशोरी के साथ किसी भी प्रकार के शोषण या दबाव की हर पहलू से पड़ताल की जाएगी। गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक हरेन्द्र सिंह, उप निरीक्षक सुनील कुमार, कांस्टेबल रिंकू और महिला कांस्टेबल अल्का शामिल रहीं। पुलिस अधिकारियों ने आमजन से अपील की है कि इस तरह के मामलों में तुरंत पुलिस को सूचना दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।



