चिटफंड में डूबे पैसे वापस मिलने की उम्मीद में हजारों की संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे लोग
बरेली। पैसा डबल करने के नाम पर चिटफंड कंपनियों ने लोगों के काफी पैसे दबा लिए। अब लोगों के दबे हुए पैसे मिलने की उम्मीद जगी तो लाखों की संख्या में चिटफंड में लगे पैसे वापस लेने के लिए लोग बरेली कलेक्ट्रेट पहुंच गए।
कलेक्ट्रेट पर रुपए वापस मिलने की आस में लाखों शहरवासी और ग्रामीणों ने फार्म भरकर जमा किए। फार्म जमा करने के लिए लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ को काबू करने के लिए भारी पुलिसबल लगाया गया।
पीएसीएल और सहारा आदि अन्य फाइनेंस कंपनियों में एफडी कराने वालों में एक बार फिर से अपना डूबा रुपया वापस मिलने की आस जगी है। शासन द्वारा प्रदेश भर के ऐसे लोगों की सूची मांगी गई है जिनके पैसे ऐसी कंपनियों में लगे हुए हैं और वापस नहीं मिल पा रहे हैं । शनिवार से ऐसे लोंगो की भारी संख्या में कलेक्ट्रेट में भीड़ लगी है। एडीएम एफआर के ऑफिस के अलावा कई काउंटर खोले गए है । काउंटर पर हजारों की संख्या में लोग अपने कागजात फार्म लेकर आ रहे हैं और जमा कर रहे है।
चिटफंड कंपनियों में जमा धनराशि को वापस दिलाने की दिशा में सरकार ने एक नई पहल शुरू की है। इसके लिए सरकार ने कलेक्ट्रेट में एक अलग से काउंटर लगवाया है। जिसमें चिटफंड कंपनियों के पीड़ित व्यक्ति अपना फॉर्म भरकर अपने पैसे वापसी के लिए आवेदन कर रहे हैं।
चिटफंड कंपनी में जमा पैसे के वापस मिलने की उम्मीद में कलेक्ट्रेट में लोगों की भीड़ देखी गई। फॉर्म जमा करने के लिए हजारों की संख्या में लोग लाइन में खड़े है । इन कंपनियों में विशेष कर दो कंपनी पीएसीएल और सहारा के ग्राहकों के सबसे ज्यादा आवेदन आए हैं। फिलहाल लोगों की भीड़ को देखते हुए आवेदन अभी कुछ दिन और चलेंगे।