धरने पर बैठे किसान ने तोड़ा दम
बरेली – इफको प्रबंधन के खिलाफ पिछले 8 माह से चल रहे धरने में शामिल एक किसान की आज जान चली गई। किसान की मौत के बाद प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। 1132 लोगों को भूमि अधिग्रहण के बाद इफको प्रबंधन ने नौकरी देने का वादा किया था लेकिन सिर्फ 218 किसानों को ही नौकरी मिल पाई थी इसी को लेकर किसान पिछले 8 माह से धरने पर बैठे थे।
यह मामला बरेली जिले के आंवला क्षेत्र में स्थित इफको फैक्ट्री का है जहां पर किसानों से भूमि अधिग्रहण करते वक्त इसको प्रबंधन ने वादा किया था कि वह प्रत्येक परिवार के एक व्यक्ति को फैक्ट्री में नौकरी देगा मगर सिर्फ 218 किसानों को नौकरी दी गई जबकि 1132 किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई थी। इसी को लेकर पिछले 8 माह से किसान धरने पर बैठे थे। वहीं धरने में शामिल किसान जय सिंह की धरने में बैठने के दौरान हालत खराब हो गई उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आलमपुर जाफराबाद ले जाया गया जहां पर उन्हें मृत घोषित कर दिया।
वहीं भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के चौधरी शिशुपाल सिंह का कहना है कि मृतक जय सिंह के तीन बच्चे हैं और उनके पास मात्र 36 बीघा जमीन थी। जिसमें से 30 बीघा इसको ने ले ली 6 बीघा जमीन से 3 बच्चों सहित घर का खर्चा चलना मुश्किल है । उन्होंने मांग की कि इसको प्रबंधन उनके तीनों बच्चों को नौकरी दें।