शबे बारात:शाबान की 15वीं रात में इबादत करो और इसके दिन का रोज़ा रखो
आपसी सौहार्द्र के साथ मनाए त्योहार:अहसन मियां
बरेली । शबे बारात व होली का त्योहार देश भर में 7-8 मार्च को मनाया जाएगा। शबे बारात की रात में मुसलमान रात भर जागकर अल्लाह की इबादत करते है और अल्लाह के वलियों के मज़ार पर हाज़िरी देने के साथ कब्रिस्तान में जाकर घर-खानदान से जो लोग इस दुनिया से रुखसत हो गए उनके लिए इसाले सवाब करते हैं। ये सिलसिला रात भर चलता है।
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि इस मौके पर दरगाह आला हज़रत के सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) ने सभी देशवासियों से त्योहार आपसी सौहार्द्र के साथ मनाने की अपील करते हुए कहा कि सभी लोग एक दूसरे की भावनाओं की कद्र करें। अमन बनाये रखें। जिन रास्तों में होली खेली जा रही हो उन रास्तो पर मुसलमान जाने से बचें। होली खेलने वाले भी इस बात का खास ख़्याल रखें कि जिन लोगों को रंगों से परहेज़ है उन्हें रंग न लगाएं।
साथ ही शबे बारात की फज़ीलत बयान करते हुए मुफ़्ती अहसन मियां ने कहा कि अल्लाह के रसूल ने इरशाद फरमाया की “जब शाबान की 15वीं रात आये तो इबादत करो और इसके दिन का रोज़ा रखों। बेशक़ इस रात में हमारा रब आसमानो दुनिया पर तजल्ली फरमाता है और ऐलान करता है कि है कोई मग़फ़िरत का तलबगार कि मैं उसे बख्श दूँ है कोई रोज़ी मांगने वाला कि मैं उसे रोज़ी दूँ है कोई बला व मुसीबत से छुटकारा मांगने वाला कि मैं उसे रिहाई दूँ।” ये रात गुनाहों से निज़ात की रात है इसलिए मुसलमान अपने रब को राज़ी करने के लिये ज़्यादा से ज़्यादा इबादत करे। अपने गुनाहों से तौबा करें और अपने मुर्हमीन को खूब इसाले सवाब करें। इस रात बाइकों से स्टंट व हुड़दंग हरगिज़-हरगिज़ न करें।