16 अक्टूबर से परचम कुशाई की रस्म के साथ होगा सात रोजा शाहदाना वली उर्स का आगाज
बरेली। शहर-ए-कुतुब हज़रत शाहदाना वली का 7 रोजा उर्स 16 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। रविवार को दरगाह परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के आयोजन के दौरान कार्यक्रम के संबंध में दरगाह के मुतवल्ली अब्दुल वाजिद नूरी बब्बू मियां ने उर्स के आयोजन की जानकारी देते हुए बताया 16 अक्टूबर को परचम कुशाई से उर्से शाहदाना वली का आगाज़ होगा।
परचम का जुलूस लाल मस्जिद हाजी अजर बेग के निवास से चलेगा जो दरगाह आला हज़रात पर सलाम पेश करके बिहारीपुर ,नॉवल्टी चौराहा ,कुमार टॉकीज, आजमनगर,साहू गोपीनाथ, शाहमतगंज होता हुआ दरगाह शाहदाना वली पहुंचेगा। जहा दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन मियां के दस्ते मुबारक से परचम कुशाई की रस्म अदा कि जायेगी।
बाद नमाज़े ईशा मुशायरे की महफिल सजेगी। 17 अक्टूबर को जा नाशीने तहसीने मिलत अली जनाब सूफी रिज़वान रजा खां दरगाह पर चादर व गुल पोशी करेंगे। रात में उलेमा इकराम की तकरीर की महफिल होगी। 1:40 पर हुज़ूर मुफ़्ती ए आज़म में हिन्द का कुल शरीफ होगा। 18 अक्टूबर को ज़फर अली उर्फ बॉबी के निवास ताज पैलेस से चादरों का जुलूस आयगा। बाद नमाज़े ईशा रात 9 बजे से महफिले समा का आयोजन होगा।
19 अक्टूबर को ठिरिया निजामत खां से चादरों का जुलूस चलेगा जो अपने परंपरागत रास्ते से होता हुआ दरगाह पहुंचेगा। रात 9:00 बजे महफिले समा होगी। 20 अक्टूबर बाद नमाजे असर शाम 5:00 बजे कुतुबे बरेली हज़रत सरकार शाहदाना वली का कुल शरीफ होगा। रात 9 बजे से महफिले समा का आयोजन होगा।
21 अक्टूबर को बाद नमाजे असर शाम 5:00 बजे हजरत केले शाह बाबा का कुल शरीफ होगा। रात में महफ़िले समा का आयोजन होगा। 22 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर सय्यद बाबा का कुल शरीफ होगा। इसी के साथ सात रोज़ उर्स का समापन होगा।
मीडिया प्रभारी वसी अहमद वारसी ने बताया दरगाह शाहदाना वली की जानिब से 101 गरीब बच्चों को फ्री कंप्यूटर कोर्स कराया जाएगा। 50 गरीब लोगों के आँख के मोतियाबिंद का ऑपरेशन फ्री कराया जाएगा। पांच गरीब बच्चियों की शादी कराई जाएगी। उर्स के मुबारक मौके पर इसकी घोषणा की जाएगी। उर्स की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी है बस नगर निगम की सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। जगह-जगह गन्दगी है इससे आने वाले जायरीनों को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
प्रोग्राम में मुख्य रूप से नासिर क़ुरैशी,युसूफ इब्राहिम,गफूर पहलवान,मिर्ज़ा शाहब बेग,अब्दुल सलाम नूरी,खलील कादरी, महबूब साबरी,शीरोज सैफ,क़ुरैशी,शान खां,सईद खां,शफी खां,मुकर्रम बेग,इरफान घोसी, जावेद खां,गुल्लन खां,गुफरान दान,अकरम दान,ज़फ़र अली,भूरा साबरी,जावेद खां,हाफिज खांआदि सहित बड़ी तादात में लोग मौजूद रहे।