बरेली में पत्नी की हत्या का सनसनीखेज मामला: 24 घंटे में हत्यारा पति गिरफ्तार

बरेली, 16 जून 2025: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के भमोरा थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां एक पति ने अपनी पत्नी की निर्मम हत्या कर दी। घटना की सूचना मिलते ही भमोरा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अभियुक्त को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। हत्या में प्रयुक्त हथियार और अन्य साक्ष्य भी बरामद किए गए। पुलिस की इस तेजी की स्थानीय लोगों ने सराहना की है। अभियुक्त ने पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए, जिसने इस मामले को और सनसनीखेज बना दिया।
घटना का विवरण
14 जून 2025 की रात करीब 10:30 बजे ग्राम दलीपुर निवासी मुकेश कुमार ने डायल 112 पर सूचना दी कि कुंवरसेन उर्फ रिषिया, पुत्र भीकम सिंह, ने अपनी पत्नी पुष्पा देवी की हत्या कर दी। सूचना मिलते ही भमोरा थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतका के शव का पंचायतनामा करवाया और क्षेत्राधिकारी आँवला के साथ फील्ड यूनिट बरेली ने घटनास्थल का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र किए गए। मुकेश कुमार की तहरीर के आधार पर 15 जून को थाना भमोरा में मुकदमा संख्या 277/25 धारा 103(1) BNS दर्ज किया गया।
खबर मे क्या क्या
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना के बाद भमोरा पुलिस ने तत्काल अभियान शुरू किया और 15 जून 2025 को अभियुक्त कुंवरसेन उर्फ रिषिया को उसके गांव दलीपुर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अभियुक्त के घर की तलाशी ली, जहां से हत्या में प्रयुक्त चाकू, आलू छीलने का औजार, बिना ब्लेड का रेजर, एक ब्रश और एक काली बेल्ट सहित अन्य सामान बरामद किए गए। अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस कार्रवाई में वरिष्ठ उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह राघव, उपनिरीक्षक विकास यादव, श्यामवीर सिंह, ओमप्रकाश सिंह, महिला उपनिरीक्षक रितु वेदवान सहित अन्य पुलिसकर्मियों की टीम शामिल थी।
अभियुक्त का कबूलनामा
पुलिस पूछताछ में कुंवरसेन ने हत्या की वजह बताई। उसने बताया कि वह लुधियाना में मजदूरी करता था, जहां उसकी मुलाकात बिहार निवासी पुष्पा देवी से हुई। दोनों ने तीन महीने पहले शादी की थी। कुंवरसेन ने दावा किया कि पुष्पा का आचरण ठीक नहीं था, जिसके चलते उसका गुस्सा बढ़ता था। 14 जून को शराब के नशे में उसका पुष्पा से खाना और शराब पीने को लेकर विवाद हुआ। गुस्से में आकर उसने घर में रखे चाकू, बेल्ट और आलू छीलने के औजार से पुष्पा का गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। अभियुक्त ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए पुलिस को घटना की पूरी जानकारी दी।
पुलिस की भूमिका और सामाजिक प्रतिक्रिया
भमोरा पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने क्षेत्र में कानून-व्यवस्था के प्रति विश्वास को मजबूत किया है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की सक्रियता की प्रशंसा की और इसे अपराध नियंत्रण में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर मामले को मजबूत करने के लिए फॉरेंसिक जांच भी शुरू कर दी है। यह घटना समाज में महिलाओं के खिलाफ हिंसा और पारिवारिक विवादों के गंभीर परिणामों पर सवाल उठाती है।
यह मामला न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी को दर्शाता है, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक रिश्तों में संवाद और समझ की कमी को भी उजागर करता है। पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई, लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सामाजिक जागरूकता और शिक्षा की जरूरत है। अभियुक्त को अब कानून के सामने जवाब देना होगा, और पीड़िता के परिवार को न्याय की उम्मीद है।