आजीवन कारावास की सजा काट रहे संजीव Jeewa की गोलियों से भूनकर हत्या
लखनऊ । 48 वर्षीय गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ Jeewa की बुधवार के कोर्ट परिसर में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई।यूपी डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि बुधवार को दोपहर में गैंगस्टर संजीव उर्फ जीवा Jeewa को सिविल कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाया जा रहा था। उसी दौरान वकील के वेश में आए शख्स ने उस पर गोली चला दी।पुलिस के अधिकारी के मुताबिक वारदात में जीवा Jeewa सहित दो पुलिस कांस्टेबल और एक डेढ़ साल की बच्ची घायल हो गई। इस दौरान घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां पर जीवा Jeewa की मौत हो गई जबकि पुलिस कांस्टेबल और बच्ची की हालत स्थिर बनी हुई है। गोली चलाने वाले शख्स को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
जीवा Jeewa का दो बीजेपी नेताओं की हत्या में आया था नाम
कई अपराधिक मामलों का आरोपी जीवा Jeewa लखनऊ की जेल में सजा काट रहा था। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई 65 माफियाओं की लिस्ट में जीवा Jeewa का नाम भी शामिल था।जीवा Jeewa का दो बीजेपी नेताओं ब्रह्मदत्त द्विवेदी और कृष्णानंद राय की हत्या में नाम आया था। कृष्णानंद राय हत्याकांड 2005 में हुआ था जिसमें उसे बरी कर दिया गया था मगर 1997 में ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड में उसे दोषी ठहराया गया था। बताया जाता है कि 1995 के गेस्ट हाउस कांड में ब्रह्म दत्त द्विवेदी ने ही बसपा सुप्रीमो मायावती की रक्षा की थी.
संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा Jeewa कौन है?
बताया जाता है कि संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा Jeewa मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का रहने वाला था।उसके पिता का नाम ओम प्रकाश माहेश्वरी और माता का नाम कुंती माहेश्वरी है । जीवा Jeewa अपने पीछे पत्नी पायल महेश्वरी, तीन बेटों और एक बेटी को परिवार में छोड़कर गया है। जीवा Jeewa की पत्नी पायल महेश्वरी ने 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में मुजफ्फरनगर से आरएलडी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा Jeewa का अपराधिक इतिहास
पुलिस के मुताबिक संजीव जीवा Jeewa के खिलाफ अब तक 24 मामले दर्ज हुए थे। दर्ज हुए मामलों में से 17 मामलों में उसे बरी कर दिया गया था। मुजफ्फरनगर, शामली, हरिद्वार और फर्रुखाबाद जैसे क्षेत्रों में हत्या, अपहरण, रंगदारी और डकैती जैसे संगीन मामलों में जीवा Jeewa का नाम आया था।
मां ने बुलेट खरीद कर नहीं दी तो कर दी हत्या
बताया जाता है कि जीवा Jeewa गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी के साथ भी जुड़ा हुआ था। मुन्ना बजरंगी की गैंग पर मुख्तार अंसारी के लिए काम करने के भी उस पर आरोप लगे थे। इसी वजह से जीवा Jeewa मुख्तार के करीबी लोगों में भी शामिल हो गया था।बताया जाता है कि वह सबसे खास शूटरों में शामिल था। संजीव जीवा Jeewa की गैंग में 35 से अधिक लोग शामिल थे।