पेड़ पर लटके मिले युवक के परिजनों के अंतिम संस्कार से मना करने पर गांव में पीएससी तैनात
बरेली – तहसील नवाबगंज के थाना क्षेत्र क्योलड़िया के करुआ साहबगंज के किसान की मौत के मामले में परिजनों ने शव के अंतिम संस्कार से ही इंकार कर दिया था। जिससे हड़कंप मचा हुआ था। किसान और उसके परिजन वीरपाल की मौत को हत्या बता कर प्रशासन से कार्यवाही और आरोपियों को जेल भेजने की मांग पर अड़े हुए थे,बाद में सूचना मिली कि पुलिस के अधिकारियों ने समझा-बुझाकर शव का अंतिम संस्कार करवाया।
करुआ साहबगंज के रहने वाले मृतक वीरपाल के परिजनों का आरोप है कि उसकी हत्या की गई है जवकि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में हैंगिंग की बात कही जा रही है। गुरुवार को जब गांव में मृतक का शव पहुंचा और ग्रामीणों को पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी हुई तो नाराज परिजनों ने आरोपियों पर कार्यवाही को लेकर शव को वहीं रखकर अंतिम संस्कार से ही इंकार कर दिया । जिसकी जानकारी होते ही एक बार फिर गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात हो गया।
उधर वीरपाल के शव के पास ही गांव के सैकड़ों लोग भी आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर धरने पर बैठ गये। जिसकी सूचना पर एसडीएम और सीओ भी नाराज ग्रामीणों को मनाने गांव जा पहुंचे। लेकिन परिजन किसी भी कीमत पर अंतिम संस्कार को राजी नहीं हो रहे थे। उनका कहना था कि उन्हें जब तक इंसाफ़ नहीं मिलेगा वह शव को लेकर धरने पर बैठे रहेंगे।
मृतक वीरपाल के पिता सियाराम ने अधिकारियों से कहा कि उनके बड़े बेटे की मौत पर भी उन्हें इंसाफ नहीं मिला। पुलिस ने उनके बेटे के हत्यारों पर कोई कार्यवाही नहीं की। अब उनके छोटे बेटे वीरपाल को भी मारकर हत्या को आत्महत्या दिखाने को शव फंदे से लटका दिया।
हालांकि बुधवार को पेड़ से लटके मिले वीरपाल के शव का पुलिस ने परिजनों के विरोध के बाद पोस्टमार्टम कराया। लेकिन गुरुवार को देर रात जब वीरपाल का शव पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुँचा। तो उसके पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग की बात पता चलने पर मृतक की पत्नी और अन्य परिजनों के साथ गांव वाले आग बबूला हो उठे। और उन्होंने शव को वहीं रखकर अंतिम संस्कार से ही इंकार कर दिया।
जिस पर पुलिस ने उन्हें मनाने का प्रयास किया। लेकिन परिजनों ने पुलिस से कह दिया की वह तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। जबतक आरोपियों को पुलिस पकड़कर जेल नहीं भेजेगी।
इस मामले में पुलिस ने मृतक के भाई की तहरीर पर पड़ोस के गांव के रहने वाले तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। लेकिन अभी तक पुलिस ने किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया । परिजनों का यह भी आरोप है कि जिन लोगों ने वीरपाल को मारा उन्होंने एक साल पहले शेरसिंह को भी मारकर शव को पेड़ से लटका दिया था ।
वहीं इस मामले में परिजनों के धरने पर बैठने के बाद गांव के चारों ओर पीएससी लगा दी गयी । पुलिस गांव में आने जाने वालों पर नजर रखे शुरू कर दी। कई थानों का पुलिस फोर्स भी गांव में डटा रहा। अंत में पुलिस के अधिकारियों ने किसी तरीके से समझा-बुझाकर वीरपाल के शव का अंतिम संस्कार कराया।