CrimechitrakootLatestUttar Pradesh

चित्रकूट जेल हिंसा के मामले में कार्यवाही,जेल अधीक्षक और जेलर निलंबित

चित्रकूट- शुक्रवार को जेल में हुई हिंसा पर कार्रवाई करते हुए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ही जांच के आदेश दिए थे। तदोपरांत शासन द्वारा जेल अधीक्षक एसपी त्रिपाठी और जेलर महेंद्र पाल को निलंबित कर दिया। जेल अधीक्षक को प्रथम दृष्टया प्रशासनिक अक्षमता,दायित्व के प्रति उदासीनता और कार्यविमुखता का दोषी पाया गया। निलंबन के साथ ही जेल अधीक्षक को डा.संपूर्णानंद कारागार प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ से संबद्ध किया गया है।

दोनों अधिकारियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक( अनुशासन एवं अपील ) नियमावली के नियम 7 के तहत अनुशासनिक कार्रवाई भी शुरू की गई है। निलंबन का आदेश अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने जारी किया है।शासन ने यह कार्रवाई डीजी जेल की रिपोर्ट मिलने के उपरांत की है।

अशोक कुमार सागर को चित्रकूट जेल किया गया स्थानांतरित

चित्रकूट जेल के जेल अधीक्षक एसपी त्रिपाठी और जेलर महेंद्र पाल के निलंबन के बाद कासगंज से जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर को जिला कारागार चित्रकूट के जेल अधीक्षक के पद पर स्थानांतरित किया है ,और अयोध्या जेल के जेलर सीपी त्रिपाठी को जिला कारागार चित्रकूट के जेलर के पद पर स्थानांतरित किया गया है।

लखनऊ परिक्षेत्र के उपमहानिरीक्षक कारागार संजीव त्रिपाठी को उपमहानिरीक्षक प्रयागराज के पद पर स्थानांतरित किया गया है। इन्हें अयोध्या परिक्षेत्र का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है। मथुरा के वरिष्ठ अधीक्षक कारागार शैलेंद्र कुमार मैत्रेय को उप महानिरीक्षक कारागार मुख्यालय और उपमहानिरीक्षक लखनऊ परिक्षेत्र का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है। शुक्रवार को ही स्थानांतरित किए गए अधिकारियों को अपना कार्यभार तत्काल ग्रहण करने के निर्देश दिए गए हैं।

सीएम ने 6 घंटे के अंदर जांच के दिये थे निर्देश,रिपोर्ट के बाद तत्काल हुई कार्रवाई

शुक्रवार को चित्रकूट जेल में हुई हिंसा में मारे गए तीन कैदियों की घटना के तत्काल बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेकर तत्काल जांच के आदेश दिए थे।महानिदेशक कारागार आनंद कुमार को इस मामले में 6 घंटे के अंदर जांच की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे।

आयुक्त चित्रकूट डीके सिंह,पुलिस महानिरीक्षक चित्रकूट के.सत्यनारायण और उप महानिरीक्षक कारागार मुख्यालय संजीव त्रिपाठी की संयुक्त टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद शासन स्तर से निलंबन की कार्रवाई की गई।

शुक्रवार की सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा था चित्रकूट जेल

शुक्रवार को हाई सिक्योरिटी सुरक्षा से लैस चित्रकूट की रंगौली जेल गोलियों की तड़तड़ाहट से थर्रा उठी थी। सीतापुर के कुख्यात शूटर अंशुल दीक्षित उर्फ अंशु ने शुक्रवार को चित्रकूट की रंगोली जेल में 2 कैदियों मुकीम काला और मेराजुद्दीन को गोलियों से भून डाला था। बाद में पुलिस ने अंशुल को भी मार गिराया।

अंशुल और पुलिस के बीच जेल में आधे घंटे तक मुठभेड़ चली। पुलिस कार्रवाई में मारा गया अंशुल चित्रकूट जेल में लगभग डेढ़ वर्ष से बंद था।

अंशुल ने जेल में चलाई थी ताबड़तोड़ गोलियां, जवाबी कार्रवाई में मारा गया

शामली का रहने वाला वेस्ट यूपी का गैंगस्टर मुकीम काला और पूर्वांचल गैंग का गुर्गा बनारस का रहने बाले मेराजुद्दीन को कुछ दिन पहले चित्रकूट जेल लाया गया था। अंशुल और मेराजुद्दीन में आपस में नहीं बनती थी। शुक्रवार को जेल के अंदर के गैंगवार में अंशुल ने मौका पाकर शुक्रवार सुबह 9:30 बजे पिस्टल से ताबड़तोड़ गोलियां चला दी। जेल में तैनात पुलिस को जब तक समझ में आया तब तक अंशुल ने मुकीम काला और मेराजुद्दीन पर कई राउंड गोलियां उतार दी।

इसके बाद पुलिस ने अंशुल को ललकाते हुए आत्मसमर्पण करने को कहा,तब अंशुल ने पुलिस पर भी फायरिंग करना शुरू कर दी और पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अंशुल भी ढेर हो गया। शुक्रवार की इस घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए थे,जिसके बाद शासन से जेल अधीक्षक और जेलर के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है।

About Author

Related Articles

error: Content is protected !!