जेल में बंदियों ने खेला क्रिकेट, क्रिकेट खेल कर खुश दिखे बंदी
बरेली – कोविड-19 के चलते जिला जेल में बंद बंदी अपने परिवार के लोगों से नहीं मिल पा रहे थे बंदी अवसाद के घेरे में आ गए थे। ऐसे में जिला जेल प्रशासन ने ने बंदियों की चिंता को दूर करने के लिए जेल प्रीमियर लीग क्रिकेट का आयोजन किया है। इस क्रिकेट में इच्छुक बंदियों की टीमों को बनाया गया है जो एक दूसरे के मुकाबले क्रिकेट का प्रदर्शन कर रहे हैं।
मैदान पर क्रिकेट खेलते हुए युवाओं को देखकर आप सोच रहेंगे कि शहर का कोई आम मैदान है जहां खिलाड़ी क्रिकेट खेल रहे है। लेकिन यह सच नहीं है। दरअसल यह मैदान जिला जेल का है। जहां जेल प्रीमियर लीग का आयोजन किया जा रहा है।
बंदियों की 8 टीमों ने खेला क्रिकेट
इस क्रिकेट टूर्नामेंट में जेल की 8 टीमें अपने भाग्य को अजमा रही है। वही खिलाड़ी जीत के लिए अपना पसीना बहा रहे है। आप देखकर इस बात का अंदाज लगा सकते है कि हर गेंद पर बनने वाला रन बंदियों के लिए कितना खास है साथ ही उनके समर्थक भी अपनी टीम के खिलाड़ियों के लिए हौसला अफजाई करने में जरा भी कमी नहीं कर रहे है।
जिला जेल के अधीक्षक विजय विक्रम सिंह बताते है कि कोरोना के चलते बंदी अवसाद के घेरे में आ गए थे ऐसे में वह खुद अपनी और अपने परिवार की चिंता करने लगे लगे थे। इस अवसाद को कम करने के लिए जिला जेल में रामलीला मंचन भी किया गया था। इसी क्रम को अब आगे बढ़ाते हुए क्रिकेट प्रीमियर लीग का आयोजन किया है। जहां बंदी क्रिकेट के खेल में अपने हाथ आजमा रहे है।
जिला जेल में होने वाली प्रीमियर लीग में बंदियों की कोई टीम हारे या जीते उससे ज्यादा कोई असर नहीं पड़ता । पर इस बात से असर जरूर पड़ता है कि खेल के बहाने उनके चेहरों पर आई जो खुशी दिखाई देती है उनकी चिंताओं को थोड़ा दूर कर देती है।