बरेली में झाड़ियों में फेंका गया नवजात, कुत्तों ने नोचकर मार डाला

बरेली। जनपद बरेली के थाना शीशगढ़ क्षेत्र के बंजरिया गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार, किसी कलयुगी मां ने नवजात शिशु को जन्म के तुरंत बाद झाड़ियों में फेंक दिया, जहां कुत्तों ने शिशु का एक हाथ नोचकर उसे मार डाला। यह देखकर ग्रामीणों ने तुरंत कुत्तों को भगा दिया और पुलिस को सूचना दी। घटना की खबर फैलते ही इलाके में हड़कंप मच गया और ग्रामीणों में आक्रोश और गहरा दुःख देखा गया।
सूत्रों ने बताया कि झाड़ियों में फेंके गए नवजात की उम्र केवल एक से दो दिन की बताई जा रही है। घटना की जानकारी सबसे पहले बंजरिया गांव के ग्रामीणों ने दी, जिन्होंने देखा कि कुछ कुत्ते शिशु को नोच रहे थे। ग्रामीणों ने तुरंत कुत्तों को भगाकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने नवजात का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच शुरू कर दी।
खबर मे क्या क्या
ग्रामीणों का कहना है कि यह किसी लोकलाज की वजह से हुई घटना हो सकती है, जहां मां ने अपने अनचाहे बच्चे को झाड़ियों में फेंक दिया। घटना से इलाके में तनाव और सदमे का माहौल है। लोग इस हृदयविदारक घटना पर अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि जिम्मेदारों को कड़ी सजा दी जाए।
चौकी बंजरिया पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी पहलुओं की बारीकी से जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ करना शुरू कर दिया है ताकि घटना में शामिल या जानकार किसी व्यक्ति का पता लगाया जा सके। फिलहाल, शिशु के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है, जिसके बाद ही हत्या की सटीक वजह और घटना का पूरा सच सामने आ सकेगा।
यह घटना समाज में बढ़ती असंवेदनशीलता और महिला व नवजात शिशु सुरक्षा की अहमियत को फिर से उजागर करती है। ग्रामीण और स्थानीय लोग इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समुदायिक जागरूकता बढ़ाने की जरूरत महसूस कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन और पुलिस से भी इस मामले में शीघ्र कार्रवाई की अपील की है।
यह दुखद मामला यह संकेत देता है कि छोटे बच्चों और नवजात शिशुओं की सुरक्षा के लिए समाज में संवेदनशीलता और सतर्कता कितनी महत्वपूर्ण है। पुलिस की जांच जारी है और जल्द ही इस घटना के सभी पहलुओं का खुलासा होने की उम्मीद है। इस बीच, बंजरिया गांव और आस-पास के क्षेत्र में लोगों में गहरा दुःख और आक्रोश देखा जा रहा है।
इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि पूरे जिले में संवेदनशीलता और सुरक्षा के सवालों पर सोचने पर मजबूर कर दिया है। पुलिस प्रशासन द्वारा जल्द कार्रवाई और अपराधियों को पकड़ने की उम्मीद की जा रही है।



