अनुसूचित जाति के छात्र की पिटाई के बाद मौत के मामले में ज्ञापन
बरेली । राजस्थान के जालौर में अनुसूचित जाति के छात्र के द्वारा मटके से पानी पी लेने के कारण पीट-पीटकर निर्मम हत्या के मामले में स्वर्ण जाति के शिक्षक के खिलाफ भारतीय बौद्ध महासभा और बहुजन सशक्तिकरण संघ के कार्यकर्ताओं ने कठोर कार्यवाही की मांग की है।
जातिवाद छुआछूत को समाप्त करने को लेकर सदियों से मुहिम चलती चली आ रही है मगर अभी भी धरातल पर इसका असर पूर्ण रूप से समाप्त नहीं हो पा रहा है। राजस्थान के जालौर में स्कूल में मटके से अनुसूचित जाति के छात्र द्वारा पानी पी लेने पर उस छात्र को स्वर्ण जाति के शिक्षक द्वारा बेरहमी से पीटा गया उसकी आंख फोड़ दी गई उसके कान का पर्दा फट गया। और अंततः उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
भारतीय बौद्ध महासभा और बहुजन सशक्तिकरण संघ के बैनर तले आरोपी शिक्षक के खिलाफ कठोर कार्रवाई को लेकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया गया है। इस ज्ञापन में मृतक छात्र इंद्र कुमार मेघवाल को स्वर्ण जाति के शिक्षक छैल सिंह के द्वारा बेरहमी से पिटाई करने और उस पिटाई से घायल छात्र की मौत होने पर आरोपी शिक्षक के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।
संस्था ने अफसोस जताया कि आजादी के 75 साल बाद भी छुआछूत कम होने के बजाय बढ़ती चली जा रही है। संस्था ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ ऐसी कठोर कार्रवाई की मांग की है कि एक नजीर बन सके और फिर कोई इस तरीके की हिमाकत न करें।साथ साथ संस्था ने मृतक इंद्र कुमार मेघवाल के परिजनों को 1करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दिलाए जाने की भी मांग की है।