बरेली में प्रशासन की बड़ी कार्रवाई: दर्जनों दुकानें और कई लॉन सील
रिपोर्ट - सैयद मारूफ अली

“आई लव मोहम्मद” विवाद के बाद नगर निगम और बीडीए की संयुक्त सख्ती
बरेली। “आई लव मोहम्मद” को लेकर शहर में हुए हालिया विवाद और बबाल के बाद प्रशासन ने अब सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। इसी सिलसिले में नगर निगम और बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) की टीमें एक्शन मोड में नजर आ रही हैं। सोमवार को नगर निगम ने कोतवाली क्षेत्र स्थित पहलवान साहब की दरगाह के पीछे बनी करीब तीन दर्जन दुकानों को सील कर दिया। वहीं बीडीए ने पीलीभीत बायपास रोड पर स्थित तीन बड़े लॉन—फ़हम लॉन, फ्लोरा गार्डन और स्काई लॉर्क—पर ताले जड़ दिए।
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वक्फ बोर्ड की संपत्ति बताई जा रही दुकानें
दरगाह के पीछे सील की गई दुकानों को वक्फ बोर्ड की संपत्ति बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार इन दुकानों का निर्माण करीब 30 वर्ष पूर्व हुआ था। सील की गई दुकानों में आईएमसी का दफ्तर भी शामिल है।
दुकानदारों का कहना है कि इस सम्पत्ति को लेकर मामला इलाहाबाद उच्च न्यायालय और वक्फ बोर्ड में विचाराधीन है। उनके अनुसार इस विवादित संपत्ति पर अदालत से स्थगन आदेश (स्टे) भी चल रहा है। दुकानदारों का आरोप है कि न्यायालय में मामला लंबित होने के बावजूद नगर निगम ने अचानक कार्रवाई की, जिससे उनका रोज़गार संकट में आ गया है।
दुकानदारों का विरोध, लेकिन भारी सुरक्षा में कार्रवाई
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि वे लंबे समय से किराया जमा कर रहे हैं और उनके परिवार की जीविका इन्हीं दुकानों पर निर्भर है। नगर निगम की टीम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँची और विरोध के बावजूद दुकानों पर ताले जड़ दिए। कई दुकानदारों ने कार्रवाई को अनुचित बताते हुए कहा कि जब तक अदालत से कोई स्पष्ट आदेश न आए, तब तक इस तरह का कदम न्यायसंगत नहीं है।
कार्रवाई के दौरान इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
बीडीए ने तीन बड़े लॉन सील किए
उधर, बरेली विकास प्राधिकरण ने भी सख्ती दिखाते हुए पीलीभीत बायपास रोड पर बीसलपुर चौराहे के पास स्थित तीन बड़े लॉन सील कर दिए। इनमें फ़हम लॉन, फ्लोरा गार्डन और स्काई लॉर्क शामिल हैं।
बीडीए अधिकारियों के अनुसार, इन लॉन संचालकों को पूर्व में नोटिस जारी कर आवश्यक अनुमोदन और दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया था। लेकिन तय समयसीमा के भीतर नियमों का पालन न करने और मानकों की अनदेखी करने पर यह कार्रवाई की गई। अधिकारियों ने साफ किया कि बिना स्वीकृति और मानक पूरे किए किसी भी तरह के व्यावसायिक प्रतिष्ठान को चलने नहीं दिया जाएगा।
विवाद के बाद प्रशासन अलर्ट
“आई लव मोहम्मद” विवाद के बाद से बरेली प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रशासन की इन कार्रवाइयों को लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चाएँ भी तेज हो गई हैं। कुछ लोग इसे कानून व्यवस्था बनाए रखने और अवैध कब्जे पर रोक लगाने की दिशा में सही कदम बता रहे हैं, वहीं प्रभावित दुकानदार और लॉन संचालक इसे अपनी रोज़ी-रोटी पर सीधा प्रहार मान रहे हैं।
आगे की राह: कानूनी लड़ाई
नगर निगम और बीडीए की इस कार्रवाई के बाद अब प्रभावित पक्ष न्यायालय की शरण लेने की तैयारी में हैं। दुकानदारों का कहना है कि जब मामला पहले से ही अदालत में विचाराधीन है, तो इस प्रकार की सीलिंग कार्रवाई असंवैधानिक है। वहीं लॉन संचालक भी अपने पक्ष को रखने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ने की बात कह रहे हैं।
बरेली में “आई लव मोहम्मद” विवाद के बाद प्रशासनिक कार्रवाई लगातार जारी है। नगर निगम और बीडीए की सख्ती ने जहाँ शहर में अवैध निर्माण और कब्जों पर लगाम लगाने का संकेत दिया है, वहीं इससे प्रभावित सैकड़ों परिवारों की आजीविका पर संकट खड़ा हो गया है। आने वाले दिनों में अदालत से इस पर क्या रुख निकलता है, इस पर सबकी निगाहें टिकी रहेंगी।