लापरवाही व अपराधियों से साठगांठ में नपे दरोगा राहुल कुमार
रिपोर्ट -सैयद मारूफ अली

चोर से सांठगांठ कर शांतिभंग में किया चालान, होली के जुलूस में हुए विवाद को नहीं लिया गंभीर
बरेली : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य ने बहेड़ी थाने में तैनात दरोगा राहुल कुमार को गंभीर लापरवाही और अपराधियों से साठगांठ के आरोपों में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। दरोगा पर कई संगीन आरोप लगे हैं, जिनमें होली के जुलूस के दौरान हुए सांप्रदायिक विवाद को नजरअंदाज करना और चोरी के आरोपी के साथ मिलीभगत कर उसे हल्की धाराओं में चालान करना शामिल है। इस मामले में उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। यह कार्रवाई पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करने वाली घटनाओं के बाद की गई है।
होली जुलूस में विवाद को नहीं लिया गंभीर
होली के दिन बहेड़ी के ग्राम राजूनगला में हिंदू समुदाय द्वारा निकाले जा रहे जुलूस को लेकर सांप्रदायिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई थी। जानकारी के अनुसार, मुस्लिम पक्ष ने जुलूस को रोकने की कोशिश की, जिससे दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया। दरोगा राहुल कुमार को इस विवाद की पहले से सूचना थी, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। न तो उन्होंने उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी और न ही कोई निरोधात्मक कदम उठाया। उनकी इस लापरवाही से स्थिति और बिगड़ सकती थी, जिसे लेकर पुलिस महकमे में नाराजगी देखी गई।
खबर मे क्या क्या
चोरों से मिलीभगत का आरोप
17 मार्च की रात को बहेड़ी क्षेत्र में दिनेश पुत्र राममूर्तिलाल और दीपक पुत्र नत्थुलाल को चोरी की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था। पुलिस अधिकारियों ने दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। दिनेश पहले से चोरी के 08 मामलों में आरोपी था और उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी लंबित था। हालांकि, थाना प्रभारी की अनुपस्थिति में दरोगा राहुल कुमार ने दोनों के साथ सांठगांठ कर ली। दिनेश को पुराने वारंट में दाखिल कर दिया गया, जबकि दीपक पर केवल शांति भंग की हल्की धारा में चालान कर उसे छोड़ दिया गया। यह कदम पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है।
बिना अनुमति ड्यूटी छोड़कर शाहजहांपुर गए
आरोपों की फेहरिस्त यहीं खत्म नहीं होती। दरोगा राहुल कुमार पर यह भी इल्जाम है कि उन्होंने बिना किसी अनुमति के अपनी पीआरवी (पुलिस रिस्पांस व्हीकल) ड्यूटी छोड़ दी और शाहजहांपुर चले गए। उनकी इस हरकत से न केवल थाने की व्यवस्था प्रभावित हुई, बल्कि पुलिस की छवि भी धूमिल हुई। यह घटना उनके कर्तव्य के प्रति लापरवाही को दर्शाती है, जिसे गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने कड़ा रुख अपनाया।
तत्काल निलंबन और विभागीय जांच के आदेश
इन सभी गंभीर आरोपों को संज्ञान में लेते हुए एसएसपी अनुराग आर्य ने दरोगा राहुल कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। जांच में यह पता लगाया जाएगा कि उनकी लापरवाही और अपराधियों से साठगांठ के पीछे क्या कारण थे और क्या इसमें कोई बड़ा षड्यंत्र शामिल है। पुलिस विभाग ने इस कार्रवाई को पारदर्शिता और अनुशासन बनाए रखने की दिशा में एक कदम बताया है।
पुलिस की छवि पर उठे सवाल
दरोगा राहुल कुमार की इस हरकत से पुलिस महकमे की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। आम जनता में यह धारणा बन रही है कि पुलिस अपराधियों के साथ मिलकर काम कर रही है, जो कानून-व्यवस्था के लिए खतरा हो सकता है। इस घटना के बाद बहेड़ी क्षेत्र में लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है कि आखिर पुलिस पर भरोसा कैसे किया जाए। एसएसपी ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और विभाग में सुधार के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
इस मामले ने पुलिस प्रशासन को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कर्तव्य के प्रति लापरवाही और अपराधियों से सांठगांठ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए और सख्त नियम लागू करने की जरूरत है।