किला पुल से मात्र 8 माह में ही जनता को मिली सौगात में लगी सेंद
4.98 करोड़ रुपए की लागत से बने किला पुल में होने लगे गड्ढे।
बरेली : शहर को रामपुर दिल्ली मार्ग से जोड़ने वाले 43 साल पुराने पुल को जर्जर हालत होने के कारण कुछ समय पहले ही इसका सेतु निगम ने जीर्णोद्धार कराया गया था। इस दौरान शहर की जनता को काफी दिक्कतों का सामना हुआ था,लेकिन अब फिर पुल बदहाली के कगार की तरफ बढ़ने लगा है। पुल पर गड्ढे होने लगे हैं। आने वाले समय में अगर पुल की तरफ ध्यान नहीं दिया गया तो गड्ढे विकराल रूप धारण कर लेंगे और सरकार के करोड़ो रूपये बर्बाद हो जाएंगे।
7 अप्रैल को किला पुल का जीर्णोद्धार कर जनता के लिए समर्पित कर दिया गया था। उस दौरान शहर विधायक डॉ. अरुण कुमार ने बताया था कि किला पुल का निर्माण बहुत ही जिम्मेदारी से कराया गया है। किसी प्रकार की कोई कमी ना रहे, इसलिए कुछ विलंब जरूर हुआ है, लेकिन जनता को लंबे समय के लिए एक बड़ी राहत मिलेगी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद संतोष गंगवार ने भी कहा था कि इस पुल के फिर से चालू होने से जनता को बहुत ही सहूलियत व राहत मिली है,लेकिन इतनी जिम्मेदारी से बना किला पुल फिर बदहाली की डगर की तरफ चल पड़ा है। किला के पुल पर दो जगह गड्ढे हो गए हैं। 7 से 8 इंच लंबे गड्ढे जल्द ही विकराल रूप धारण कर लेंगे। ओवरब्रिज निर्माण के लिए 4.98 करोड़ का बजट पास कर इसको बनाया गया था। किला पुल को बनाने में 3 महीने से ऊपर का समय लगा था। अधिकारियों ने खुद जाकर निरीक्षण किया था। इसके साथ ही नेताओं का दावा था कि पुल बहुत ही मजबूती से बनाया गया है।
बरसात में पुल की बजरी उधड़ने लगी है। गड्ढे भी होने लगे हैं । जिस ठेकेदार ने पुल का निर्माण कराया है उसके ऊपर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए साथ ही उस इंजीनियर पर भी कार्यवाही होनी चाहिए जिसने इसको बिलकुल ठीक बताया, जिससे अन्य कार्यों को गुणवत्ता पूर्वक ठीक तरीके से कराया जाए।