मिनी बाईपास पर जाम लगाने के मामले में एफआईआर दर्ज
बरेली । इज्जतनगर थाना क्षेत्र के मिनी बाईपास पर शव रखकर जाम लगाने पुलिस से अभद्रता करने ,पुलिस अधिकारी की गाड़ी का शीशा तोड़ने के मामले में 50 से 60 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
दरअसल मठ लक्ष्मीपुर की रहने वाली एक किशोरी को मठ लक्ष्मीपुर के ही रहने वाले युवक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए किशोरी के पिता ने थाना इज्जतनगर में मुकदमा दर्ज कराया था। दर्ज मुकदमे में उस वक्त कोई ऐसा आरोप नहीं था कि किशोरी को किसी ने कोई जहरीला पेय पिलाया हो। मुकदमा छेड़छाड़ की धाराओं में दर्ज कराया गया था।
मुकदमा दर्ज होने के बाद किशोरी की हालत खराब हुई जिसके बाद उसे निजी अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया गया। किशोरी के परिजनों ने आरोप लगाया कि किशोरी को छेड़छाड़ के आरोपी युवक ने जहरीला पेय (सैनिटाइजर) पिलाया है। किशोरी का निजी अस्पताल में उपचार हुआ जहां से हालत बिगड़ने के बाद उसे हायर सेंटर एसआरएमएस रेफर किया गया मगर किशोरी की मौत हो गई।
वही किशोरी के भाई द्वारा आरोपी युवक की पिटाई का एक वीडियो वायरल हुआ जिस वीडियो में साफ तौर से दिख रहा है कि किशोरी का भाई छेड़छाड़ के आरोपी की पिटाई कर रहा है वीडियो वायरल होने के बाद मामला पुलिस तक पहुंचा जिसके बाद किशोरी के भाई पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
मुकदमा दर्ज होने के बाद किशोरी के परिजन और अन्य लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया। किशोरी का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजन उसके शव को घर लेकर आए और रास्ते में ही किशोरी के शव को रख दिया गया। इसके बाद मोहल्ले के लोग व किशोरी के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाना शुरू कर दिया कि पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है और किशोरी के भाई पर मारपीट का मुकदमा दर्ज किया है। यह आरोप लगाते हुए भीड़ मठ लक्ष्मीपुर से मिनी बाईपास की ओर बढ़ने लगी। सूचना पर कई थानों की पुलिस और सीओ मौके पर पहुंच गए परंतु बेकाबू भीड़ नहीं रुकी। मिनी बाईपास पर भीड़ के पहुंचने से पहले सीओ आशीष प्रताप सिंह के साथ पुलिस ने कई बार समझाने की कोशिश की और यह भी कहा कि आरोपी की गिरफ्तारी होगी मगर भीड़ नहीं मानी पुलिस से धक्का-मुक्की करते हुए लोग मिनी बाईपास पर आ गए और नैनीताल रोड को जाम कर दिया।
सूचना पर एसपी सिटी राहुल भाटी एडीएम और कई थानों की पुलिस पहुंच गई और पीएसी को भी बुलाना पड़ा। लगभग 4:30 घंटे तक रोड जाम रहा और भीड़ द्वारा यह मांग की जाने लगी कि आरोपी को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और उस पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए साथ ही किशोरी के भाई पर लिखा गया मुकदमा वापस लिया जाए। भीड़ ने पुलिस के साथ अभद्रता भी की और पुलिस मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। क्षेत्राधिकारी नगर तृतीय आशीष प्रताप सिंह की सरकारी गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया। काफी समझाने तथा साढ़े चार घंटे की मान मानव्वल के बाद लोग माने जिसके बाद रोड से जाम को हटाया जा सका।
इसी मामले में इज्जत नगर थाने में 50-60अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 147,188,353,332,341,427 तथा अपराधिक कानून (संशोधित)अधिनियम 1932 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।