मौलाना तौकीर रजा पर कार्रवाई करने के आश्वासन पर खत्म किया अनशन
बरेली- बीते 19 जून को नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी को लेकर मौलाना तौकीर रजा ने इस्लामिया कॉलेज ग्राउंड में अपना विरोध जाहिर करते हुए मुस्लिम समाज के लोगों को एकत्रित किया था। इस दौरान हुई कुछ बातों को लेकर श्री शिरडी साईं मंदिर के सर्वराकार पंडित सुशील पाठक ने मौलाना तौकीर रजा पर एफआईआर दर्ज करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था मगर एफआईआर दर्ज ना होने पर उन्होंने 27 जून यानी आज से आमरण अनशन करने का ऐलान किया था ,और कहा था कि जब तक मौलाना तौकीर रजा पर एफआईआर दर्ज नहीं हो जाती तब तक वह आमरण अनशन पर बैठेंगे। आज एफआईआर दर्ज करने के आश्वासन पर उन्होंने 1 घंटे बाद ही अपने अनशन को समाप्त कर दिया।
बीपी 19 जून को बरेली के इस्लामिया कॉलेज ग्राउंड में मौलाना तौकीर रजा ने अपना विरोध जाहिर करते हुए अपने समाज के लोगों को एकत्रित किया था। उस दौरान मौलाना तौकीर रजा ने कहा था कि हमारे धर्म में कोई छोटा बड़ा नहीं होता उन्होंने ।एक हवाला देते हुए यह भी बताया कि जो उनके जान के दुश्मन थे उन्होंने कलमा पढ़ लिया तो उनको मुस्लिमों ने अपने सर पर बिठा लिया। मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि नरेंद्र मोदी कलमा पढ़ो और हम तुम्हें अपने सर पर बैठाएंगे।
साथ ही मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि हम अमन पसंद शांतिप्रिय लोग हैं हम ट्रेने नहीं जलाते। उन्होंने कहा कि हम ज्ञापन लेकर आए हैं मगर हमारी कोई सुनता नहीं है इसलिए हम ज्ञापन को नहीं देंगे उन्होंने कहा कि ऐसी बेईमान सरकार को हम ज्ञापन नहीं देंगे जहां हमारी बात सुनी नहीं जाती। ऐसी सरकार से इंतजार करने से क्या फायदा जहां पर हमारी कोई बात सुनने वाला ना हो हम बार-बार इल्तजा लेकर जाएं और हमारी सुनी ना जाए तो लानत है हम पर कि हम इल्तजा करें। हम अपना ज्ञापन यूएनओ में देंगे और बताएंगे कि मुस्लिम समाज के साथ हिंदुस्तान में क्या हो रहा है।
वही मौलाना तौकीर रजा के बयान पर बरेली के श्री शिरडी साईं मंदिर के सर्वराकार पंडित सुशील पाठक ने कहा कि मौलाना तौकीर रजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कलमा पढ़ने की बात को कह कर हिंदू धर्म का अपमान किया है। साथ ही उनका कहना था कि ट्रेनें जलाने की बात को कह कर उन्होंने मुस्लिम समुदाय को उकसाने का काम किया है। और उन्होंने यूएनओ में ज्ञापन देने की बात को कह कर हमारे देश के संविधान का अपमान किया है। उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा होना चाहिए।
इन्हीं मांगों को लेकर उन्होंने कहा था कि जब तक मौलाना तौकीर रजा पर एफआईआर नहीं हो जाती तब तक वह अपना आमरण अनशन जारी रखेंगे । यह कहते हुए वह आज सुबह अनशन पर बैठ गए थे 1 घंटे बाद उनको यह आश्वासन दिया गया कि मौलाना तौकीर रजा पर कार्रवाई की जाएगी जिसके बाद उन्होंने अपना अनशन समाप्त कर दिया।