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डॉक्टर मोहम्मद यासीन के संदेश ने ग्रामीणों के दिलों को छुआ

शाहजहांपुर – पंचायत चुनाव को लेकर ग्रामीण इलाकों में ग्राम प्रधान पदों के दावेदार अपने अपने चुनावी वायदों को लेकर मैदान में है वहीं शाहजहांपुर जिले के जैतीपुर ब्लॉक के गांव खेड़ा भगवानपुर में एक ऐसा प्रत्याशी सामने आ रहा है जिसके बाद दोनों ने ग्रामीणों के दिलों को छू लिया है।

खेड़ा भगवानपुर के रहने वाले डॉक्टर मोहम्मद यासीन पढ़े लिखे शिक्षित युवा हैं वही डॉक्टर मोहम्मद यासीन का खेड़ा बझेड़ा में ही 1 डिग्री कॉलेज है उन्होंने पंपलेट जारी कर चुनाव को लेकर एक संदेश जारी किया है, जिसमें उन्होंने ऐसे वायदे किये है जिसकी ग्रामीणों को अरसे से जरूरत थी।

पंपलेट जारी कर यह किए वायदे

उन्होंने संदेश में लिखा है कि अगर वह प्रधान बनते हैं तो दाह संस्कार गृह एवं दसमा संस्कार कार्य स्थल का निर्माण करवाएंगे। कब्रिस्तान की बची हुई बांदरी वालों का भी निर्माण कराया जाएगा।

आवारा पशुओं को लेकर इस गांव के ग्रामीण काफी परेशान हैं मोहम्मद यासीन का कहना है कि लोगों ने आवारा पशुओं से अपनी फसलों को बचाने के लिए खेतों में तारकशी करा रखी है जिस में फस कर आवारा पशु कट जाते हैं उन्होंने कहा कि अगर वह ग्राम प्रधान बनते हैं तो गांव में गौशाला का प्रबंध किया जाएगा, जिससे कि किसानों की फसल भी सुरक्षित रहेगी और आवारा पशुओं को एक जगह भी प्राप्त हो जाएगी।

साथ ही संदेश में लिखा है की पानी की ऊंची टंकी का निर्माण कराया जाएगा जिससे कि पूरे गांव में स्वच्छ पानी मिले।

पूरा गांव बंदरों के आतंक से परेशान है और अभी तक किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया मोहम्मद यासीन पहले ही इसकी पहल कर चुके हैं और उनका कहना है कि जल्द ही गांव को बंदरों के आतंक से निजात मिलेगी।

साथ ही लिखा है कि अगर वह प्रधान बनते हैं तो उनके कार्यकाल तक जो भी छात्राएं हाई स्कूल या इंटर पास करेंगे उनको 5100 रुपये प्रोत्साहन राशि उनके द्वारा दी जाएगी।

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“सुकन्या समृद्धि योजना” के अंतर्गत 5,100 रुपए से खाता खुलवा कर पैदा होने वाली हर लड़की के लिए जमा किए जाएंगे जिससे कि उसके बड़े होने पर यह राशि उसके काम आ सके।

संदेश में यह भी लिखा है कि उनके कॉलेज में पढ़ने के लिए गांव की प्रत्येक छात्रा का मुफ्त में एडमिशन किया जाएगा और उनके कॉलेज में पढ़ रही छात्राओं के पास होने के बाद अगले क्लास में पढ़ने के लिए एडमिशन फीस नहीं ली जाएगी।

साथ ही उनका कहना है कि ग्रामीणों के जैसे भी सुझाव मिलेंगे उसके अनुरूप वह 5 वर्षों तक ग्रामीणों की सेवा में हमेशा तत्पर रहेंगे।

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