धान तौलने में देरी से नाराज किसानों का हंगामा, पुलिस ने किया मामला शांत

बरेली। मीरगंज क्षेत्र की बहुउद्देशीय सहकारी समिति पर शनिवार को किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। किसानों ने धान की तौल न होने पर समिति परिसर में विरोध प्रदर्शन किया, जिससे मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को मौके पर बुलाया गया, जिसने समझा-बुझाकर किसानों को शांत कराया।
किसानों का आरोप था कि समिति के कांटा इंचार्ज द्वारा उनके धान में बीमारी बताकर तौलने से इंकार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की मनमानी और लापरवाही उनकी मेहनत और उपज के साथ अन्याय है। विरोध शुरू होने के बाद बड़ी संख्या में किसान मौके पर जमा हो गए और नारेबाजी करने लगे, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया।
खबर मे क्या क्या

स्थानीय किसानों का कहना था कि कई किसानों की उपज लंबे समय से तौली नहीं गई है, जिससे उनका आर्थिक नुकसान हो रहा है। उन्होंने समिति पर आरोप लगाया कि कर्मचारियों की लापरवाही और पारदर्शिता की कमी के कारण वे अपने फसल के उचित मूल्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
पुलिस को घटना की सूचना मिलने पर तुरंत बल के साथ मौके पर पहुंचना पड़ा। अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया और किसानों को शांत करने की कोशिश की। इसके बाद समिति के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और किसानों की समस्याएं सुनकर उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही धान तौल प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
किसानों ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी उपज तौलने की प्रक्रिया में जल्द पारदर्शिता नहीं लाई गई और उनका धान तौला नहीं गया, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। उन्होंने प्रशासन और समिति से तुरंत कार्रवाई की मांग की।
इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और सहकारी समिति की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। क्षेत्रीय किसानों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाओं से किसानों का भरोसा कम होता है और वे अपनी मेहनत का उचित मूल्य पाने में असमर्थ महसूस करते हैं।
पुलिस और अधिकारियों के प्रयास के बावजूद किसानों की नाराजगी बनी हुई है, और उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को जल्द नहीं माना गया, तो वह बड़ी संख्या में आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। अधिकारियों का कहना है कि वे स्थिति को नियंत्रण में रखते हुए जल्द ही समस्या का समाधान सुनिश्चित करेंगे।



