भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट ने मुकदमा वापस लेने की मांग की
बरेली : तहसील नवाबगंज में भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट के प्रदेश महासचिव उत्तर प्रदेश एवं जिलाध्यक्ष बरेली के साथ दर्जनों किसानों ने दिसंबर 2020 में किसान आंदोलन के दौरान नवाबगंज तहसील के गुरुद्वारा साहिब में जो एक कृषि काले कानूनों के विरोध में मीटिंग रखी गई थी।
किसानों ने बताया कि मीटिंग की समाप्ति होने के उपरांत नवाबगंज प्रशासन की तरफ से 17 किसानों पर फर्जी मुकदमे लगाकर जेल भेज दिया गया था और सरकार ने आश्वासन दिया था कि फर्जी मुकदमें किसानों के वापस लिए जाएंगे पर अफसोस इस बात का है कि 3 साल बीतने के बाद भी किसानों के फर्जी मुकदमें वापस नहीं लिए गए और अब जब सिविल कोर्ट की तरफ से किसानों को समन जारी किए जाने लगे तो किसानों ने आज इसके विरोध में किसान नेता सरदार सतिंदर सिंह घुम्मन के नेतृत्व में तहसीलदार नवाबगंज के माध्यम से एक ज्ञापन महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश और दूसरा ज्ञापन मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन को भेजा जिसमें दर्जनों किसान मौजूद रहे।