मैनपुरी मे वीरपाल को अखिलेश ने पास बैठाया,पुराना सम्मान वापस लौटाने का विश्वास दिलाया
▪️अल्तमश सिद्दीकी
बरेली । समाजवादी पार्टी के भीष्म पितामाह रहे मुलायम सिंह के निधन के बाद मैनपुरी का अभेद गढ़ बचाने के लिए समाजवादी पार्टी ने पूरी ताकत झोंक रखी है।प्रदेश के सबसे बड़े सियासी सैफई परिवार की बहू डिंपल यादव को जिताने के लिए सैफई कुनबा तो पूरी तरह एकजुट दिखाई दे रहा, साथ साथ प्रदेश के दिग्गज सपाईयों के साथ नेताजी मुलायम सिंह के खास रहे नेता भी मैनपुरी मे मुलायम की पुत्रवधु डिंपल की सीट निकालने के लिए जोर-आजमाइश मे जुट गए हैं।
बरेली मे मुलायम सिंह के बेहद ही करीबी और विश्वासपात्र रहे पूर्व जिलाध्यक्ष वीरपाल यादव मैनपुरी पहुचकर सैफई परिवार की पुत्रवधु के लिए चुनाव प्रचार मे जुटे नजर आये। रविवार को उन्होंने मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र के दर्जनों गांवों व कस्बों का भ्रमण कर सपा प्रत्याशी डिंपल यादव के लिए जनता से भावुक अपील की।2 दशकों तक बरेली मे सपा के कद्दावर जिलाध्यक्ष रहे वीरपाल यादव को मैनपुरी मे सपा चीफ अखिलेश ने अपने बराबर मे बैठाकर मुलायम सिंह और वीरपाल के बीच करीब 4 दशकों तक मजबूत रहे रिश्तों को आगे बढ़ाने का संकेत दिया।
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इस दौरान दोनों नेता सपा संस्थापक दिवंगत मुलायम सिंह यादव के मैनपुरी से जुड़े संस्मरणों को याद कर भावुक भी हुए।वीरपाल यादव ने फोन पर बातचीत मे बताया कि वे मैनपुरी मे डिंपल यादव के लिए प्रचार करने गये हुए हैं और इस सीट को बड़े अंतर से जिताना ही नेताजी को सच्ची श्रध्दांजलि होगी।
वीरपाल के अलावा बरेली से और भी नेता मैनपुरी मे डिंपल के लिए वोट की अपील करने पहुंचे हैं।लेकिन पूर्व राज्यसभा सदस्य वीरपाल यादव के अलावा अखिलेश ने बरेली के अन्य किसी नेता को अपना बगलगीर बनाना गंवारा नहीं समझा।इससे अखिलेश की नज़रों मे पिछले 5 बर्षों के दौरान वीरपाल अपनी जो अहमियत खो चुके थे,उसके फिर से वापस मिलने के संकेत साफ मिलते दिखाई देने लगे हैं।