मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुँचाकर देश मे अराजकता का माहोल पैदा किया जा रहा : अहसन मियां ।
बरेली – दरगाह आला हज़रत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी ने कहा कि हाल फिलहाल के दिनों में कुछ दहशतगर्द जो मुल्क के अमन और शांति के खतरा है वो लोग सस्ती शोहरत हासिल करने के लिए इस्लाम, क़ुरान और पैगम्बर-ए-इस्लाम पर गलत बयानबाजी कर रहे है ।
इन कट्टरपंथियों पर सख्त नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए मुफ्ती अहसन मियां ने कहा कि इस्लाम के खिलाफ अभ्रद भाषा का प्रयोग कर मुल्क में कुछ शर पसंद लोग अराजकता का माहोल पैदा कर रहे है । ऐसे लोग समाज ही नही बल्कि मुल्क की एकता और भाईचारे के भी दुश्मन है ।
जो नफ़रत की राजनीति कर लोगो को बांटने का काम कर रहे है फिर चाहे वो वसीम रिज़वी हो या नरसिंहानंद सरस्वती इनके खिलाफ हुक़ूमत स्वतः संज्ञान लेकर सख्त से सख्त कार्यवाही करे । इन लोगो की सही जगह जेल है अगर हमारे नबी की इज़्ज़त की बात आएगी तो मुसलमान खुद अपना सर कटा सकता है लेकिन अपने मज़हब, अपने क़ुरान और अपने नबी की अज़मत पर रत्ती भर भी आंच न आने देगा ।
मुल्क भर के उलेमा, दानिशवर और मुसलमानों में बेहद आक्रोश है । शासन व प्रशासन जल्द इस पर कोई कार्यवाही नही करता है तो मुसलमानों को सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ेगा ।
मुफ्ती कफील हाशमी, मौलाना ज़ाहिद रज़ा, मौलाना बशीर उल क़ादरी, कारी रिज़वान रज़ा, शाहिद नूरी, नासिर क़ुरैशी, परवेज़ नूरी, अजमल नूरी, ताहिर अल्वी, औरंगज़ेब नूरी, हाजी जावेद खान, शान रज़ा, मंज़ूर खान आदि ने भी मज़म्मत की ।