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योगी ने कोरोना से लड़ाई का जिम्मा प्रधानों को सौंपा

🔹प्रधान पार्टी बंदी से दूर रहें-CM

लखनऊ-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनिर्वाचित हजारों ग्राम पंचायतों को बड़ा जिम्मा सौंपते हुए कहा कि वह गांवों में कोरोना जांच और टीकाकरण कराने में अहम भूमिका निभाएं। ‘मेरा गांव कोरोना मुक्त गांव’ का संदेश हर ग्रामवासी का लक्ष्य बने। यह समय मदद का है। संवेदनशीलता का है। हमारी और आपकी परीक्षा का है। यथा संभव सभी की मदद करें।

मुख्यमंत्री व राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शुक्रवार को ग्राम प्रधानों से वर्चुअली संबोधिन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायतों में एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का भाव होना चाहिए। ग्राम प्रधान के रूप में आप सभी अपने-अपने गांवों की निगरानी समितियों के अध्यक्ष हैं। हमारी निगरानी समितियों ने अब तक बहुत ही अच्छा कार्य किया है। अब आप की देखरेख में यह कार्य तेजी से और आगे बढ़ेगा।

सीएम ने ग्राम प्रधानों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि गांव में बाहर से कोई भी आए तो उसकी जांच करवाएं। सीएम ने उन्हें आगाह करते हुए कहा कि यह कोरोना बहरूपिया है और धूर्त भी है। खुद भी सजग रहें और अपने ग्राम वासियों को भी जागरूक करें। यह सुखद है कि हमारे सर्वेक्षण में 68 फीसदी गांवों में शून्य संक्रमण होना पाया गया, लेकिन यह स्थिति बनी रहे। इसके लिए सावधानी जरूरी है। ऐसे समय में जबकि कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई निर्णायक चरण में पहुंच रही है, तब आपकी भूमिका  और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है।

ग्राम प्रधानों के अच्छे कामों को याद करते हुए सीएम ने कहा कि पिछले दिनों में सहारनपुर गया था, वहां मैंने देखा कि एक महिला प्रधान, कोरोना मरीजों को अपने घर से भोजन उपलब्ध करा रहीं थीं। उनके रहने के लिए ग्राम पंचायत भवन का उपयोग किया। ऐसे अनेक प्रेरणास्पद कार्य पूरे प्रदेश में हो रहे हैं।

जून जुलाई अगस्त में होगा नि:शुल्क राशन वितरण

सीएम ने कहा कि हमारी प्राथमिकता जीवन और जीविका दोनों को बचाना है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार सभी के भरण-पोषण की व्यवस्था कर रही है। प्रधानमंत्री  की प्रेरणा से जून और जुलाई में निःशुल्क राशन दिया जा रहा है तो राज्य सरकार जून, जुलाई और अगस्त में राशन वितरण करेगी। ग्राम प्रधान देखें कि एक भी पात्र व्यक्ति राशन से वंचित न रहे। कहीं भी घटतौली न हो। सभी दुकानों पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन हो।

ग्राम प्रधान इस  तरह लोगों की जांच करवाएं

कहीं भी भीड़भाड़ न होने दें। सर्दी-खांसी के मरीजों पर नजर रखें। उन्हें निगरानी समिति के माध्यम से तत्काल मेडिसिन किट उपलब्ध कराएं। 24 घंटे के भीतर उनका एंटीजन टेस्ट कराएं। उन्हें क्वारन्टीन कराएं। अगर पॉजिटिव न आएं और फिर भी संदिग्ध लगें तो आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए सैम्पल भिजवाएं।

गांव दर्शनीय  बनें

सीएम ने कहा कि इंसेफेलाइटिस चिकनगुनिया, डेंगू, मलेरिया जैसी जलजनित अथवा विषाणु जनित बीमारियों से अपने गांव को सुरक्षित रखें। इसके लिए सबसे जरूरी है कि दिन में स्वच्छता, दोपहर में सैनीटाइजेशन और शाम होते ही फॉगिंग। हर रोज न सही पर दो दिन के अंतराल पर यह कार्य जरूर हो। इन सबकी पहली जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों की ही है। इनसे गांव दर्शनीय बनेंगे। आप सभी लोगों को बताएं कि शुद्ध पेयजल न हो और हैंडपंप हो तो पानी गरम कर पियें। छानकर पियें। इससे मलेरिया जैसी बीमारियां नहीं होंगी।

गांवों को स्मार्ट विलेज बनाएं

अपने गांव को ‘स्मार्ट विलेज बनाने की सभी जरूरी कोशिश करें। एक प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। विद्यालय हो, खेल का मैदान हो। चिकित्सालय हो। सड़क हो। स्वच्छता हो। धन की कोई कमी नहीं है। बहुत सी ग्राम पंचायतों के गठन का कार्य अभी होना शेष है। सदस्यों का चयन कर इस प्रक्रिया को भी तेजी से पूरा कराएं।

ग्राम सचिवालय का निर्माण तेजी से कराएं

मुख्यमंत्री ने हर ग्राम पंचायत में ग्राम सचिवालय का निर्माण पर खास जोर दिया। कहा कि इनके अधूरे काम तेजी से पूरा कराएं। वहां इंटरनेट हो। बैंकिंग सखी की बैठने की व्यवस्था हो। पब्लिक एड्रेस सिस्टम हो। यह सब कराएं। कोई आवश्यकता हो तो शासन से सब मदद मिलेगी।

कामन सर्विस सेंटर लोगों को लाएं

मुख्यंत्री ने ग्राम प्रधानों से कहा कि लोगों को जागरूक करें, ताकि लोग टेस्ट कराएं। अब कोविड टीकाकरण शुरू हो चुका है। कॉमन सर्विस सेंटर पर लोगों को ले जाएं, उनका पंजीयन कराएं, वहीं वैक्सीन लगाने की भी व्यवस्था की जा रही है।

ग्राम प्रधान के लिए सब बराबर

मुख्यमंत्री ने कहा ग्राम प्रधान बनने के बाद अब आप पार्टीबंदी से दूर रहें।  अब आप ग्राम प्रधान हैं। जिसने वोट दिया उसके भी, जिसने नहीं दिया उसके भी। सभी को एक बराबर मानें। हर पात्र व्यक्ति को सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाएं। शौचालय नहीं तो शौचालय बनवाएं, आवास नहीं तो प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाएं, पेंशन योजनाओं से जोड़ें। गरीब हैं तो 05 लाख तक की चिकित्सकीय सुविधा वाला आयुष्मान कार्ड बनवाएं। यह सब आपकी ही जिम्मेदारी है।

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