फलों के सेवन से पैदा हो रहे हैं घातक रोग तथा कैंसर -शोभित सक्सेना
बरेली : उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल की बरेली इकाई के महानगर अध्यक्ष शोभित सक्सेना ने अन्य पदाधिकारियों के साथ मिलकर अभिहित अधिकारी खाद्य विभाग बरेली को ज्ञापन दिया है और कहा है कि शहर में बेचे जा रहे फलों की गुणवत्ता की जांच की जाए यह फल इंसानों में कैंसर तथा अन्य घातक बीमारियां पैदा कर रहे हैं।
शोभित सक्सेना ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस वक्त कोई त्यौहार का मौका आता है तो खाद्य विभाग की टीम सक्रिय होती है और खोया आदि खाद्य पदार्थों की पदार्थ की सैंपलिंग लेकर कार्रवाई करती है। इंसान फलों का सेवन इसलिए करता है कि वह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं। उन्होंने कहा कि एक बहुत ही गंभीर मसला सामने आया है उन्होंने बाजार में बिक रहे फलों की डॉक्टर के द्वारा जांच कराई है, जिसमें पाया गया है कि उन फलों को ऐसे केमिकल लगाकर तैयार किया जा रहा है जो इंसान के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है। बताया कि तरबूज में कलर , कैमिकल और सक्रीन का प्रयोग किया जा रहा है ,जिससे कि वह लाल दिखें और मीठे हो जाए,जबकि अन्य फलों जैसे खरबूजा , केला इत्यादि में अलग-अलग ऐसे केमिकल का प्रयोग किया जा रहा है जो इंसान के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही घातक है।
शोभित सक्सेना की अगुवाई में आज व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल कलेक्ट्रेट पहुंचा है और उन्होंने अभिहित अधिकारी खाद्य विभाग को ज्ञापन देकर इस गंभीर मसले पर तत्काल संज्ञान लेकर चेकिंग और सैंपलिंग अभियान चलाने की मांग की , तथा फलों में कैमिकल पाए जाने पर कठोर कार्यवाही करने की गुहार लगाई, उन्होंने कहा कि खाद्य विभाग के लोग केवल त्योहारों के वक्त ही सक्रिय हुए हैं इसके बाद शांत होकर बैठ जाते हैं। अधिकारी और कर्मचारी अपने एसी ऑफिस में बैठकर आराम कर रहे हैं और जहरीले कैमिकल के फल बाजारों में खुलेआम बेंचे जा हैं। उन्होंने कहा कि हमने ज्ञापन दे दिया है अगर इसपर गौर नहीं दिया गया तो व्यापार मंडल के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर खाद्य विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
ज्ञापन देने वालों में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के महानगर अध्यक्ष शोभित सक्सेना,राजकुमार राजपूत, अमरजीत सिंह बख्शी,देवेंद्र जोशी,हरीश अरोड़ा,आदर्श गुप्ता, बंटू सिंह ,मनोज अरोड़ा ,विशाल खंडेलवाल, हनी सिंह ,पोपेंद्र सिंह बख्शी,अरुण वर्मा सहित कई कार्यकर्ता मजूद थे।