“पुल नहीं तो वोट नहीं” 7 गांव के ग्रामीणों का मतदान बहिष्कार का ऐलान
बरेली : लोकसभा बरेली और विधानसभा नवाबगंज के ब्लॉक भदपुरा के लगभग 7 गांवों पहना पहनिया , जरपा मोहनपुर ,प्रहलादपुर ,बिजासन, वैवाही,विक्रमपुर ,जगतपुर के ग्रामीणों ने देवहा नदी पर पुल ना बनने से नाराज होकर पूरी तरह से मतदान के बहिष्कार करने का ऐलान किया है , जिसको सुनकर पैनी नजर सामाजिक संस्था की अध्यक्षा व रुहेलखंड प्रांत की आम आदमी पार्टी की उपाध्यक्षा एडवोकेट सुनीता गंगवार वहां पहुंची और लोगों की नाराजगी को जानने के लिए ग्रामीणों से संवाद किया। इससे पूर्व भी पीलीभीत लोकसभा के पुरैना गांव के लोगों ने मतदान का पूर्णतया बहिष्कार किया था।
दरअसल यह पुल पीलीभीत और बरेली लोकसभा के बॉर्डर पर है, इस पुल के न बनने से दोनों तरफ के लोगों को आवागमन में समस्या का सामना करना पड़ता है। इसपर पैनी नजर की अध्यक्षा सुनीता गंगवार ने प्रशासन को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि शासन व प्रशासन इस समस्या को देख रहा है ऊपर से ग्रामीणों को मतदान करने की धमकी देकर दबाव बना रहा है। सुनीता गंगवार ने कहा कि लोकतंत्र में कोई भी दबाव बनाकर जनता से वोट नहीं ले सकता है। उन्होंने ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि इस जनसमस्या की लड़ाई में वो ग्रामीणों के साथ हैं। प्रशासन द्वारा ग्रामीणों पर दबाव डालकर वोट लेने का कड़ा विरोध करती हैं। उन्होंने कहा कि जनसमस्या पर कोई काम नहीं करना नहीं चाहता है केवल मतदान की खानापूर्ति प्रशासन से करवाना चाहता है। ग्राम पहना पहनिया में इस संबंध में सभी ग्रामों से आए प्रतिनिधि मंडल की बैठक हुई , जिसमें सुनीता गंगवार ने ग्रामीणों की जनहित की इस लड़ाई में आगे तक पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया। सुनीता गंगवार ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए लज्जा की बात है कि आज चुनाव के पर्व में मजबूर होकर ग्रामीणों को मतदान का बहिष्कार करना पड़ा है क्योंकि समस्या इतनी गंभीर है और पिछले 10 वर्षों से ग्रामीण तमाम धरने प्रदर्शन करके थक हार चुके हैं और उनके पुल को नहीं बनवाया गया , जिससे उनका आवागमन आज भी बीहड़ में रहने जैसा है। मांग कर करके थक हार चुके ग्रामीणों ने अब मतदान का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है।