हज़रत खालिद ए मिल्लत के कुल में उमड़े अकीदतमंद
17वें उर्स ए खालिद ए मिल्लत में उलेमा ने की तक़रीर,आला हजरत ने इल्म की रौशनी से लोगों को जागरूक किया,कामयाबी हासिल करने के लिये अपने बच्चों को तालीम हासिल कराना जरूरी,दारुल उलूम मदरसा मज़हर ए इस्लाम के जरिये पिछले कई सालों से लोगों की ख़िदमत की जा रही हैं हज़ारो तलबा तालिम हासिल कर आवाम को इल्म के जरिये फ़ैज़ पहुँचा रहे हैं।उलेमा ने हुज़ूर खालिद ए मिल्लत की सादगी भरी जिन्दगी पर रौशनी डाली। उलेमा इकराम में मुफ़्ती इरफान हनफ़ी,कारी सख़ावत,मौलाना इन्तेज़ाए क़ादरी, सईद नूरी मुंबई आदि सहित अलग अलग शहरों से आये उलेमा ने तकरीर की।
बरेली । बिहारीपुर स्थित मदरसा दारुल उलूम मज़हरे इस्लाम बीबी जी मस्जिद परिसर में नबीरा ए आला हजरत अल्लामा अनस रज़ा ख़ाँ की सरपरस्ती में बाद नमाज़ ए फ़ज़र कुरआन ख़्वानी से उर्स मुबारक की तकरीबात की शुरूआत हुई,इसी कड़ी में तकरीरि महफ़िल में उलेमा ने बुज़ुर्गों की करामातों व ज़िन्दगी पर रौशनी डाली, नातो मनकबत का नज़राना पेश किया। दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर हज़रत खालिद रज़ा ख़ाँ के कुल शरीफ की रस्म अदा की गई,मुल्क व आवाम की तरक़्क़ी, खुशहाली, क़ामयाबी के लिये खुसूसी दुआ की गई,इस दौरान खानदान ए आला हजरत के लोग शामिल रहें।
हुज़ूर मुफ़्ती ए आज़म हिन्द ट्रस्ट के सदस्य सकलैन रज़ा ख़ाँ ने बताया कि मुसाबका ए तकरीर व कीरत प्रोग्राम में लगभग 150 अफरात ने हिस्सा लिया,मोहम्मद अकरम को फतवा ए रजविया आला हजरत आवार्ड,मोहम्मद खालिद रज़ा मुफ़्ती ए आज़म हिन्द अवार्ड,अकील रज़ा को फतवा ए ताजूशशरिया से नवाजा गया,मौलाना सरबर ,कारी फुरकान नूरी, मौलाना सगीर अहमद बरकाती आदि ने मुसाबका की जजमेंट की कमान संभाली।
इस दौरान कूपन की कुरा अंदाज़ी के जरिये उमराह यात्रा का टिकट तोहफ़ा के तौर पर पूरनपुर के मोहम्मद आकिब और बिलारी के सलीम खान ईनाम से नवाजा गया।इसी तरह 6 अकीदतमंदों को अमजेर शरीफ सफर के टिकट दिये गये।दरगाह आला हजरत स्थित दरगाह हुज़ूर खालिद ए मिल्लत पर मौलाना मोहतशिम रज़ा ख़ाँ अकीदतमंदों के साथ गुलपोशी व चादरपोशी की।
उर्से खालिद ए मिल्लत की व्यवस्था में हसनैन रज़ा ख़ाँ नूरी,सकलैन रज़ा खान,अज़मत रज़ा,सय्यद इंतेख़ाब अली,अज़ीम रज़ा,जुबैर रज़ा,इमरान रज़ा,हस्सान रज़ा आदि रहे। आखिर में हज़रिने महफ़िल को लंगर ए नूरी बाटा गया।सलातो सलाम पेश करने के बाद दो दिवसीय उर्स ए खालिद ए मिल्लत का समापन हो गया।