बरेली का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं कुछ शरारती अफ़सर – मौलाना अदनान रज़ा
बरेली । नबीरा-ए-आला हज़रत व ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी के नायब सदर मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी ने कहा है कि बरेली में तैनात कुछ अधिकारी शहर ही नहीं बल्कि पूरे ज़िले का माहौल बिगाड़ने पर उतारू हैं। ये लोग आए दिन कभी अतिक्रमण तो कभी सड़क चौड़ीकरण के नाम पर मुसलमानों की आस्था के केंद्रों को निशाना बनाकर उत्पीड़न करने पहुंच जाते हैं। इनके पास कोई ढंग का रिकॉर्ड नहीं होता है। एक विभाग दूसरे विभाग को चिट्ठी लिखता है और पूरा अमला आम जनता को परेशान करने पहुंच जाता है। उन्होंने कहा कि अगर इस पर लगाम नहीं कसी गई तो मजबूरन सड़कों पर उतरकर ऐसे शरारती अधिकारियों की पोल खोलनी पड़ेगी।
आरएसी के नायब सदर अदनान मियां ने कहा कि जिले के बड़े अधिकारियों के दफ्तरों और बंगलों के ठीक सामने अतिक्रमण हैं, मगर उन्हें वो नज़र नहीं आता, वो तो बस मस्जिदों और मज़ारों को शहीद करने पर उतारू हैं। किसी भी दिन नगर निगम या पीडब्ल्यूडी या कोई अन्य विभाग ज़िले के बड़े प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखकर फोर्स मांगता है और बड़े अफ़सर बिना समय गंवाए फ़ौरन फ़ोर्स दे देते हैं। पिछले कुछ महीनों में यह पैटर्न उभर कर साफ़ सामने आ गया है, कोई आम आदमी ज़रा सा भी ग़ौर से देखे तो उसको यह साज़िश समझ में आ जाएगी।
उन्होंने कहा कि कुछ शरारती अधिकारियों ने लोगों की शराफ़त को उनकी कमज़ोरी मान लिया है,मगर अब ऐसे अफ़सरों की हरकतों से पर्दा उठ चुका है। बरेली जैसे अमनपसंद ज़िले का माहौल ख़राब करने की उनकी मंशा कभी पूरी नहीं होने दी जाएगी।
पीलीभीत बाईपास के प्रकरण पर नबीरा-ए-आला हज़रत ने कहा कि कभी कुछ तो कभी कुछ बहाना बनाकर बार-बार हज़रत मदीना शाह साहब के मज़ार शरीफ़ पर पहुंचने से सबकुछ साफ़ हो गया है। ये विभाग और इनके अधिकारी पांच सौ मीटर आगे बढ़कर क्यों नहीं देखते? उन्हें अपनी कार्यकुशलता का अंदाज़ा खुद हो जाएगा। बरेली शहर की स्थापना से पहले के मज़ार शरीफ़ पर इनकी नज़र बार-बार अटक जाती है, मगर इन्हें कुछ महीने पहले किया गया अतिक्रमण नज़र नहीं आता ? इसी तरह चंदपुर जोगियान में लोगों को परेशान किया गया। मज़ार शरीफ़ को शहीद किया गया,मगर बाद में बीडीए को उसे फिर बनवाना पड़ा।
इसके अलावा इज्ज़तनगर रेलवे स्टेशन पर हज़रत नन्हे शाह मियां के मज़ार और उसी क्षेत्र में एक अन्य मज़ार शरीफ़ पर भी शरारती अधिकारी नज़रें गड़ाए बैठे हैं। उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी इस मामले पर ख़ामोश नहीं बैठेगी। अब अगर शरारती अधिकारियों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की तो हम लोकतांत्रिक तरीक़े से जवाब देना जानते हैं। हमें अपने अधिकारों की जानकारी है।