फर्जी शैक्षिक दस्तावेज के जरिए नौकरी करने वाले सामायिक संग्रह अनुसेवक को भिवाएंगे जेल-ठाकुर राहुल सिंह
फर्जी शैक्षिक दस्तावेज लगाकर नौकरी हासिल करने वाले सामायिक संग्रह अनुसेवक के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर करणीसेना खड़ी हुई है।
बरेली । पिछले काफी समय से बरेली की तहसील सदर के सामायिक संग्रह कार्यालय में अनुसेवक के पद पर तैनात कर्मचारी मोहम्मद फारुख की फर्जी स्कूली दस्तावेजों की शिकायत लगातार किए जाने के बाद कार्रवाई ना होने पर शिकायतकर्ता ने करणीसेना के जिलाध्यक्ष ठाकुर राहुल सिंह से मिलकर फर्जीवाड़े का खुलासा करवाकर कार्रवाई की मांग की है। वही ठाकुर राहुल सिंह ने इस मामले में अमीन संग्रह कार्यालय तहसील सदर पहुंचकर छानबीन की है और मामले में दोषी कर्मचारी(सामयिक संग्रह अनुसेवक) के खिलाफ जिलाधिकारी से शिकायत कर कार्रवाई करवाने का आश्वाशन दिया है।
दरअसल बरेली के बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र के गांव परसौना निवासी मोहम्मद फारुख की सामयिक संग्रह अनुसेवक की नौकरी में जॉइनिंग के समय लगाई गई कक्षा 8 की मार्कसीटों का फर्जीवाड़ा सामने आया है। मोहम्मद फारुख परसौना गांव का रहने वाला हैं । उसकी परमानेंट जॉइनिंग वर्ष 2019 में हुई थी। शिकायतकर्ता शिवसरन भी मोहम्मद फारुख के साथ सीजनल में नौकरी करता था। इसलिए शिव सरन को फारुख के फर्जीवाड़े का सब पता था। शिव सरन का कहना है कि वह पिछले काफी समय से इस मामले को लेकर जिलाधिकारी व अन्य अधिकारियों से शिकायत कर रहा है, मगर अभी तक कोई ठोस कार्यवाही प्रशासन द्वारा नहीं की गई है। शिकायतकर्ता शिवसरन का कहना है कि मोहम्मद फारुख की कक्षा 8 की मार्कशीट हैं जिसमे उसकी मोहनपुर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय के अनुसार 20.09.1958 जन्म तिथि है। ऐसा लगता है कि 1958 जन्म तिथि होने पर मोहम्मद फारूक ओवरऐज हो गया था जिस वजह से मोहम्मद फारूक ने एक दूसरी मार्कशीट बनाई जिसमें उसकी जन्मतिथि 05.07.1972 दर्शाई गई है , और ये मार्कशीट और टीसी आदर्श जगत विद्यालय नवदिया की दिखाई गई है उसी के आधार पर मोहम्मद फारूक ने नौकरी हासिल की। साथ में काम करने वाले शिकायतकर्ता शिव सरन का कहना है इस फर्जीवाड़े का पता चलने के बाद उसने कई बार शिकायती प्रार्थना पत्र दिए हैं,मगर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। कहना है कि मोहम्मद फारूक अपनी अच्छी सेटिंग के चलते खुद को मामले की जांच में लीपापोती कर बचा लेता है।
फिलहाल हम उस रिपोर्ट जिसको प्राथमिक विद्यालय मोहनपुर द्वारा दिया गया है तथा उस मार्कशीट को दिखा रहे हैं जिसके जरिए मोहम्मद फारूक ने सरकारी नौकरी हासिल की है।
शिकायतकर्ता का कहना है कि उसने कई बार जिलाधिकारी बरेली को शिकायती प्रार्थना पत्र दिया है मगर उसमें अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
फिलहाल इस मामले में शिवसरन ने करणीसेना के जिला अध्यक्ष ठाकुर राहुल सिंह से मिलकर मामले में कार्रवाई करने के लिए कहां है,वहीं करणी सेना के पदाधिकारी तथा जिला अध्यक्ष ठाकुर राहुल सिंह का कहना है कि मामले में उन्होंने जानकारी हासिल की है मोहम्मद फारूक ने फर्जी तरीके से दस्तावेज लगाकर सरकारी नौकरी हासिल की है। ठाकुर राहुल सिंह का कहना है कि जल्द ही मामले में जांच कराकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी नौकरी हासिल करने वाले मोहम्मद फारुख को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचवाने का काम करेंगे , साथ ही जोइनिंग से लेकर अब तक जितना भी रुपया मोहम्मद फारूक ने सरकार का लिया है उसको ब्याज सहित वापस कराने के लिए सरकार को लिखेंगे।
झूंठी शिकायत बताकर गुमराह करता रहा फारुख
मो.फारूक से इस मामले में सत्यता जानने के लिए करणी सेना के जिलाध्यक्ष ठाकुर राहुल सिंह और मीडिया कर्मी उसके कार्यालय पहुंचे तब शातिर दिमाग मोहम्मद फारुख ने कहा कि शिकायतकर्ता शिवसरन ने उसके साथ सीजनल में नौकरी की थी मगर जब परमानेंट होने का समय आया तो शासनादेश के मुताबिक वो फिट नहीं बैठा और उसको परमानेंट नहीं किया गया इस वजह से वो शिकायत कर रहा है। मो.फारुख ने कहा कि वो इसका प्रमाण देगा कि उसको बेवजह फंसाया जा रहा है। मो.फारुख को कई बार फोन कर उन प्रमाणों को लाने को कहा गया परंतु फारुख ने कोई भी ऐसा प्रमाण नहीं दिया जिससे कि ये साबित होता हो कि की गई शिकायत गलत है और उसे फंसाया जा रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि मोहम्मद फारुख के खिलाफ फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के जरिए नौकरी करने की शिकायत सही है परंतु अभी तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है।