आजाद समाज पार्टी ने 5 सूत्री मांगों को लेकर दिया ज्ञापन
बरेली । आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को बरेली कलेक्ट्रेट पहुंचकर 5 सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि उनकी मांगों पर जल्द संज्ञान लेकर सरकारों द्वारा इसका अनुपालन कराया जाए।
आजाद समाज पार्टी की पहली मांग है कि 55% के करीब ओबीसी जाति है मगर इनको पहले केवल 27% ही आरक्षण मिल पाता था। 1992 में सुप्रीम कोर्ट ने उसे बढ़ाकर 50 फ़ीसदी निर्धारित किया था। 2019 में मोदी सरकार ने सवर्णों को जस्टिस दी आरक्षण दे दिया। उन्होंने बताया कहा कि आज के समय में 59.5 प्रतिशत आरक्षण हो चुका है लेकिन अभी तक 27 प्रतिशत से ज्यादा ओबीसी को आरक्षण नहीं दिया जा रहा। उन्होंने 27% के अलावा 15% अतिरिक्त आरक्षण की मांग की है।
साथ ही उन्होंने मांग की कि जातिगत जनगणना सामाजिक न्याय के लिए सबसे बड़ी जरूरत है।
उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव के पहले तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जनगणना का वादा किया था लेकिन इसके बाद सरकार मुकर गई। उनका कहना है कि सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जातिवार जनगणना बहुत जरूरी है दे कहा कि देश के 95% सदा संसाधनों पर 10 फ़ीसदी लोगों का कब्जा है।लोगों के साथ न्याय के लिए जातिवार जनगणना कराने की भी मांग की।