दलाल कथित पत्रकार हरीश शर्मा पर जालसाजी का मुकदमा दर्ज
बरेली। पत्रकारिता के पेशे को बदनाम करने वाले व उगाही की दुनिया के रंगे हुए सियार हरीश शर्मा की काली करतूतों की परते अब उधड़ने लगी है। शहर के थाना प्रेमनगर में उगाही और वसूली में बदनाम शावेज़ उर्फ आशू व रंगे सियार हरीश शर्मा पर धोखाधड़ी, जालसाजी व जान से मारने की धमकी देने की संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
महंगे परिधान और मोबाइल का शौकीन है हरीश शर्मा
हराम की सुख सुविधाओ पर जीवन यापन करने वाले हरीश शर्मा के विरुद्ध पुलिस विभाग में कई जांचें भी चल रही है। बरेली में पैर जमाने के बाद से ही इसने थाने से लेकर सिपाही तक अपना दवाब बनाना शुरू कर दिया।अपने काले कारनामों से इसने अपने प्रतिष्ठित चैनल का नाम भी बदनाम करने काम किया, जबकि चैनल बालों ने इसपर दया दिखाते हुए इसे 2 बार सुधरने का नोटिस भी दिया फिर भी पश्चिम का यह शातिर दबंग अपनी हरकतों से बाज नहीं आया अंततः इसकी कारगुजारियां खुद व खुद उजागर होने लगीं।
हरीश शर्मा की बरेली में ये रही कारगुजारी
मुकदमे में नामजद इसका बेहद नजदीकी गुर्गा शावेज़ उर्फ आशू , हरीश शर्मा के लिए उगाही से लेकर मुकदमे दर्ज कराने अथवा मुकदमों में से नाम निकलवाने के नाम पर लोगों से मुलाकात करवाकर मोटी डील तय करवाता था।
मां ने बुलेट खरीद कर नहीं दी तो कर दी हत्या
तनख्वाह से महंगे जूते , महंगे परिधान व चोरी के कीमती मोबाइल चलाने का शौकीन है हरीश शर्मा। होमगार्ड से लेकर सिपाही तक अपना रौब झाड़कर प्रभाव बनाता था और उच्च अधिकारियों में बैठकर कानाफूसी कर आपस में लड़वाने के काम के लिए भी जाना जाना जाता है। महंगी कार रखने के शौकीन हरीश शर्मा के कार के ईंधन और टोल से लेकर दैनिक दिनचर्या का खर्चा 2 गुर्गे उठाते थे।
ये था वो मामला जिसपर हरीश शर्मा और आशु के खिलाफ हुआ मुकदमा दर्ज
वादी मुकदमा दीपक शर्मा से शावेज़ उर्फ आशू ने कोविड -19 के दौर में आर्थिक मजबूरी बताते 5 लाख रुपए बतौर उधार लिए थे जिसको हड़पने की नियत से आशु और हरीश शर्मा ने आपस में बांट लिया था । जब दीपक शर्मा ने अपने पैसे वापसी की मांग की तो लंबे समय से बहाने बनाता रहा।जब दीपक ने कोतवाली में इसके विरुद्ध धोखाधड़ी कर पैसा हड़पने की तहरीर दी तो उसके बाद आशु ने 15 दिन के अंतराल का 1 चेक दे दिया जो बैंक में लगने के बाद बाउंस हो गया।
इसके बाद जब शहर कोतवाल से इसके विरुद्ध कार्यवाही की बात की तो हरीश शर्मा पुलिस पर दवाब बनाकर कोई कार्यवाही न करने की निरंतर पैरवी करता रहा। पानी सिर से गुजरने के बाद भी जब कोतवाल ने कोई कार्यवाही नहीं की तो पुलिस के एक अधिकारी के आदेश पर थाना प्रेमनगर में आरोपी हरीश शर्मा और शावेज़ उर्फ आशु के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।