नेटवर्क 18 ने दलाल को दिखाया बाहर का रास्ता
बरेली । नेटवर्क 18 के दलाल और मंझे हुए सियार हरीश शर्मा को दलाली वसूली की शिकायत के बाद चैनल से बाहर का रास्ता दिखा दिया है । हरीश शर्मा बरेली जिले में लगभग 4 साल तक तैनात रहा और तैनाती के बाद से लगातार उसका विवाद हमेशा पत्रकारों से ही रहा । हरीश शर्मा अक्सर लोगो से कहता था जिस अफसर के यहां बैठ आता हूं वहाँ बाकी पत्रकारों के दरवाजे बंद कर आता हूं । जिले में पत्रकारों और पुलिस के सीओ इंस्पेक्टरो एसपी को ईमानदारी का प्रमाण पत्र देने वाले को एक गोपनीय रिपोर्ट ने बाहर का रास्ता दिखा दिया ।
वही जॉइनिंग के कुछ समय बाद ही हरीश शर्मा ने ओके इण्डिया चेनल के तहसील के रिपोर्ट से 10 हाजर रुपए लेकर एक मुकदमे में से नाम निकलने का ठेका लिया था , उस मामले में तत्कालीन एसएसपी से इसकी वसूली की शिकायत भी हुई थी। उस मामले में इसने समझौता कर लिया था। धीरे धीरे हरीश ने जिले के अधिकारियों पर अपना मकड़ जाल फेंका और इसने जिले में जो चाहा वो कराया जिले में कई पत्रकारों पर फर्जी मुकदमे लिखाये । कई पत्रकरो को जेल भिजवाया । दलाल किस्म का ये पत्रकार एक बार आईपीएस रविंदर कुमार के पास एक सिपाही की ड्यूटी कटवाने भी पहुँच गया था। उसके बाद आईपीएस रविंदर कुमार ने इसको जलील कर अपने ऑफिस से बाहर का रास्ता दिखाया था ,और पूरे प्रकरण में इसके खिलाफ एक जाँच भी बैठाई थी ।
उस प्रकरण में ये माफी मांग कर छूटा था । हरीश शर्मा के बुरे दिन तब शुरू हुए जब इसने हर क्षेत्र में दलाली करना शुरू कर दी और इसका मामला उजागर होने लगा। सीओ इंस्पेक्टरो पर दबाबद डाल कर मोटे पैसे लेकर मुकदमे लिखवाना या मुकदमे में से नाम निकलवाना हो तो उसके लिए इसने जिले में अपना एक दलाल प्रतिनिधि छोड़ रखा था जिसका नाम शाजेव उर्फ आशु है। इसका काम लोगों को घेर कर लाना , लोगों से पैसे ठगना जमीन पर कब्जा करना और कब्जा छुड़वाना है। बताया जा रहा है हरीश शर्मा और आशु ने जिले में लोगो से 80 से 90 लाख रुपये की वसूली की है।
इसके खिलाफ कई शिकायती प्रार्थना पत्र कई थानों में इंस्पेक्टर और सीओ की पेशी में पड़े है। हरीश का नेटवर्क 18 में होने और बड़े-बड़े जिले के अधिकरियो से संबंध होने की वजह से इसका कभी कुछ नही हो पाता था । बताया जा रहा है एक पूर्व आईपीएस के साथ मिलकर इसने जिले में जम कर वसूली की । मोटे पैसे लेकर इंस्पेक्टर और दरोगाओं की पोस्टिंग तक करा डाली । जिले के बड़े बड़े होटल इस दलाल हरीश शर्मा के लिये मुफ्त थे । इंटेलिजेंस की गुप्त शिकायत के बाद हरीश शर्मा के बुरे दिन शुरू हुए। वसूली की शिकायत चैनल के उच्च अधिकरियो से हुई । गोपनीय जाँच के बाद इसको चैनल से बाहर का रास्ता दिखाया गया है ।क्योंकि हर बार लखनऊ के सम्पादक का इसके सर पर हाथ होने की वजह से ये बच जाता था ।
अब दलाल किसी भी तरह से चैनल में वापसी के प्रयास कर रहा है। पर सूत्रों की माने तो पिछले 2 दिनों से नोएडा आफिस में इसको अंदर जाने तक नही दिया गया । चैनल के हर बड़े अधिकारी ने अब इससे दूरी बना ली है । फिलहाल नेटवर्क 18 के दलाल पत्रकार को बाहर का रास्ता दिखा दिया है और ये दलाल दोबारा से नेटवर्क 18 में आने के लिए चैनल के अधिकारियों की चरण वंदना कर रहा है।