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मजबूर महिला और उसके बच्चों की संस्था हमेशा करेगी मदद

बरेली । अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार कल्याण ट्रस्ट द्वारा भोजीपुरा विकासखंड की ग्राम पंचायत वीरपुर उर्फ कासमपुर के गांव खतोला गणपतराय की मजबूर मानसिक विक्षिप्त महिला आशा को आज फिर पहुंचाई गई मदद। महिला आशा के पति नूर अली शाह की कुछ साल पहले मौत हो गई थी।

मानसिक विक्षिप्त महिला के पति की हुई मौत 3 बच्चों का भी सहारा चल बसा

गांव खतोला गणपतराय की रहने वाली महिला आशा मानसिक तौर पर बीमार है।उसका पति नूर अली शाह मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था। उसके तीन बच्चे हैं।अचानक नूर अली की तबियत खराब हुई और उसकी मृत्यु हो गई। नूर अली की मृत्यु के बाद इसके बच्चों और उसकी पत्नी जोकि मानसिक विक्षिप्त है उनका सहारा चला गया। महिला आशा को खुद एक मानसिक बीमार है और उसकी एक छोटी बच्ची जोकि 1 साल की होगी उसको संभालने वाला भी कोई नहीं रहा।

महिला की हालत ये है कि उसको इतना भी नहीं कर सकती कि वो किसी के यहां जाकर मेहनत मजदूरी करके परिवार को पाल ले। पूर्व ग्राम प्रधान के समय में उसका सरकारी मकान बनने के लिए आया जिसके 3 लाख रुपए सरकार की तरफ से आए थे मगर ग्राम पंचायत और सचिव ने उसमें भी गड़बड़ी कर दी । उसकी जमीन पर जो कमरा बनवाया गया उसमें मुश्किल से एक या डेढ़ लाख रुपए की लागत लगी होगी। उस मानसिक विक्षिप्त महिला के कमरे के रुपयों को भी हड़प लिया गया।

महिला का बीपीएल कार्ड भी काटा

महिला का एक बीपीएल राशन कार्ड बना हुआ था जिसके जरिए उसको राशन मिल जाया करता था मगर उसको भी काट दिया गया।

पिछले माह से कर रहे हैं मदद

मजबूर मानसिक विक्षिप्त महिला आशा और उसके बच्चों के भरण-पोषण के लिए एक संस्था ने अपना हाथ आगे बढ़ाया जिसका नाम अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार कल्याण ट्रस्ट है। संस्था के राष्ट्रीय सचिव सहीर खान ने पिछले माह महिला के घर पहुंच कर आर्थिक मदद की और खाने पीने का सामान दे दिया। इस माह सहीर खान ने मानसिक विक्षिप्त महिला आशा के घर पर पहुंचकर जिसमें उसे सोने का इंतजाम भी ढंग से नहीं था पलंग की व्यवस्था की । साथ ही खाने-पीने का इंतजाम किया और उसके तीनों बच्चों के लिए कपड़े ला कर दिए। वहीं पड़ोस के गांव के रहने वाले ग्राम प्रधान सोहेल खान ने महिला को 2000 रुपए की मदद दी।

हमेशा पहुंचेगी मदद

अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय सचिव सहीर खान का कहना है कि वह अपनी संस्था की ओर से इस महिला की हमेशा मदद करते रहेंगे उसके बच्चों के लिए भी प्रत्येक माह मदद पहुंचती रहेगी।

भ्रष्ट ग्राम प्रधान और सचिव के खिलाफ हो कार्यवाही

महिला आशा की मदद के लिए तो अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकारकल्याण ट्रस्ट ने हाथ बढ़ा दिया मगर उस ग्राम प्रधान और सचिव के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करना भी अति आवश्यक है जिसने इस महिला का हक छीन कर खा लिया। इस तरीके के भ्रष्ट लोगों के खिलाफ कार्रवाई होना बहुत जरूरी है ताकि कोई और इस तरीके की हिमाकत ना करें।

 

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