फर्नीचर के बंद कारखाने में मिला माझा कारीगर का शव
बरेली – फर्नीचर के बंद पड़े कारखाने में माझा कारीगर का शव मिलने से हड़कंप मच गया। बरामद हुआ सब लगभग 20 दिन पुराना बताया जा रहा है। घटना की सूचना पाकर थाना किला की पुलिस सीओ द्वितीय और एसपी सिटी मौके पर पहुंच गए। बरामद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मीठी ईद से बंद पड़े कारखाने में मिला शव
थाना किला के मोहल्ला बाकरगंज नई बस्ती में रहने वाली साकरा पत्नी मुजीब के भतीजे उवैश का लकड़ी के फर्नीचर का कारखाना है। जिसको साकरा का भतीजा उवैस चलाता था परंतु कारखाना मीठी ईद पर बंद कर दिया और उवैश गुजरात चला गया ।
कारखाना मालिक उमेश ने मृतक को दे रखी थी कारखाने की चाभी
साकरा ने बताया कि उवैश ने कारखाने की चाभी बड़े को दे रखी थी जिसके बाद मंगलवार को सकरा कारखाने की सफाई करने के लिए पहुंची , तब अंदर शव पड़ा हुआ था । साकरा ने डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी । मौके पर पहुंची पुलिस ने थाना किला को सूचना दी। सूचना पर पहुंची थाना किला पुलिस ने पूछताछ शुरू की पता लगा यह शव बड़े का है। बड़े के भाई हनीफ उसकी बहन फातिमा ने बड़े के रूप में उसकी शिनाख्त की ।
15 दिन पहले घर से निकला था मृतक कई कई दिन तक नहीं आता था घर
बड़े का शव पूरी तरह से सड़ गल चुका था। मृतक के भाई हनीफ एवं बहन फातिमा ने बताया कि बड़े मांझा बनाने का काम करता था और आए दिन फातमा के घर ही रूकता था। क्योंकि उसका अपना कोई घर नहीं था बकरीद से लगभग 15 दिन पहले बड़े घर से निकला था। काफी तलाशने पर भी वह नहीं मिला । बड़े कई कई दिनों के बाद घर पर आता था इसलिए सोचा नहीं था कि उसके साथ कोई अनहोनी हुई है।
आखिरकार खाने के गेट पर ताला किसने लगाया था
घटना में सबसे बड़ी बात है कि अगर उवैश कारखाने की चाभी बड़े को दे गया था तो कारखाने के मेन गेट पर ताला बाहर से लगा हुआ था ? जब बड़े अंदर कारखाना में गया तो बाहर से ताला किसने लगाया है ? बड़े की लाश कारखाने में पड़ी मिली है। साकरा पत्नी मुजीब ने बताया कि सफाई करने के लिए 6 महीने बाद कारखाने को खोला गया है।