वतन वापसी पर हाजियों का इस्तक़बाल
बरेली – बरेली हज सेवा समिति के संस्थापक पम्मी खान वारसी के नेतृत्व में शहर पहुँचने पर हाजियों का फूलो के हार पहनाकर इस्तकबाल किया और हज की मुबारकबाद दी ।
ठिरिया के हाजी आबिद अली खां ने बताया कि हज के अरकान बहुत सकुन से साथ अदा हुए । सऊदी अरब में हाजियों को बेहतरीन सहूलियते मिली। मदीना शरीफ़ से लेकर मक्का शरीफ, मस्जिद-ए-हरम,मिना,अराफ़ात,मस्जिद निमराह आदि जगह पर हाजियो की तादात सीमित होने से हज के सभी अरकान सकुन के साथ अदा हुए।हम सब हाजियों ने अराफ़ात के मैदान में खुसूसी दुआ के साथ साथ मुल्क की तरक्की, कामयाबी, सलामती,खुशहाली,अमन के लिये दुआएं माँगी।
बरेली हज सेवा समिति के संस्थापक पम्मी खान वारसी ने बताया कि हाजियो से गले मिलकर बहुत अच्छा लगा और सर पर हाथ रखवाकर दुआएं हासिल की। उन्होंने हमे ज़मज़म भी पिलाया और हज यात्रा से जुड़ी यादों हमारे साथ शेयर किया। इस बार वापसी के वक़्त सभी हाजियो को सऊदी हुकूमत ने 5 लीटर ज़मज़म की केन भी दी। इस बार हाजियो के लिये शैतान को मारने के लिये कंकड़ी बीनने की भी ज़रूरत भी नहीं पड़ी क्योंकि इस बार कंकड़ी की थैली की व्यवस्था भी की गई थी । जिससे हाजियो का काफ़ी सुविधा मिली,दुनियाभर से इसबार 10 लाख लोग हज में शामिल रहे।
वापसी आए हाजियो में इक़बाल शम्सी,हाजी आबिद अली खान,हज्जन सलमा बी,हाजी आसिफ अली खान,हज्जन परवीन, हज्जन सकीना बेगम,हाजी अहमद रज़ा, हाजी अतहर अली खान, हज्जन रुकसाना,हाजी शमशाद,हज्जन फ़ैज़ बानो, हाजी रियासत अली खान आदि शामिल हैं।
हज से वापस आए हाजियों का हाजी फैज़ान ख़ाँ क़ादरी,राहत अली खां, जनसेवा टीम के महासचिव सलमान शम्सी,अहमद उल्लाह वारसी,हाजी उवैस खान,हाजी यासीन कुरैशी, नजमुल एसआई खान आदि ने स्वागत किया।