जज,कोर्ट व कचहरी का काम कर रहे बुल्डोजर: अहसन मियां
▪️मुसलमानों से छीना जा रहा उनका हक़ ▪️शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने वालों को पुलिस बना रही बंदूक की गोली का निशाना ▪️राँची की घटना की कड़े शब्दों में की निंदा
बरेली – दरगाह आला हज़रत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) ने भाजपा प्रवक्ताओं द्वारा नबी-ए-करीम की शान में की गई गुस्ताख़ी और उसके बाद शांतिपूर्ण तरीके से किये गए प्रदर्शनों पर पुलिस द्वारा कार्यवाही पर कई सवाल खड़े किए गये है।
झारखंड में हुए बवाल की कड़े शब्दों में की निंदा -अहसन मियां
जुमे को राँची (झारखंड) में हुए बवाल की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए झारखंड हुक़ूमत से उच्चस्तरीय जाँच कराने की मांग की है। कहा की नमाज़ के बाद निहत्थे मुसलमानों पर पुलिस ने गोलियाँ चला दी जिसमें 2 लोगों की मौत हो गयी और कई लोग मौत और ज़िन्दगी की जंग अस्पतालों में लड़ रहे है। पुलिस प्रशासन देश मे दोहरा रवैया अपना रहा है।
मुल्क में सबको अपनी बात शांतिपूर्ण तरीके से रखने का है हक-अहसन मियां
मुल्क में मुसलमानों को छोड़ कर अन्य समुदाय धरना प्रदर्शन करता है तो पुलिस हाथ बांधे खड़ी रहती है। वही मुसलमान अगर अपनी जायज़ मांग के लिए आवाज़ उठाते है तो उनको बन्दूकों की गोली का निशाना बनाया जाता है। जबकि मुल्क में सबको अपनी बात शांतिपूर्ण तरीक़े से रखने का हक़ है। पुलिस द्वारा हवाई फायरिंग के नाम पर बेकसूरों के सिर और सीने को निशाना बनाया गया। जिसकी जितनी मज़म्मत की जाए कम है।
गुनहगार को सजा देने का काम कोर्ट कचहरी का है -अहसन मियां
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने सज्जादानशीन के बयान की जानकारी देते हुए बताया कि मुफ्ती अहसन मियां ने बुलडोजर पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जज,कोर्ट-कचहरी की जगह बुल्डोजर ने ले ली। न्यायपालिका का काम बुलडोजर कर रहे है। कानपुर व प्रयागराज में बुल्डोजर चलाने पर कहा कि गुनाहगार और बेगुनाह का फैसला करना कोर्ट-कचहरी का काम है न कि हुक़ूमत के बुल्डोजर का। मान लिया जाए कोई गुनाहगार है तो उसकी सज़ा उसको मिलनी चाहिए न कि उसके घर मे रहने वाले बेकसूर बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को । उनको बेघर कर बेवजह सजा क्यों दी जा रही है ?
समय रहते भाजपा अपने प्रवक्ताओं पर करती कार्यवाही तो ऐसा नहीं होता माहौल -अहसन मियां
हमारा आईन (संविधान) इसकी तो कतई एजाज़त नही देता की किसी की सज़ा उसके बेगुनाह घर वालों को दी जाए। सज्जादानशीन ने हुक़ूमत से मांग की कि न्यायपालिका को अपना काम करने दिया जाए। वक़्त रहते भाजपा अपने प्रवक्ताओं के खिलाफ कार्यवाही कर जेल में डाल देती तो देश मे इस तरह का माहौल पैदा नही होता। न ही विदेशों में हमारे मुल्क की बदनामी होती।
मुसलमान सब कुछ बर्दास्त कर सकते है मगर हुजूर की शान में गुस्ताखी नहीं – अहसन मियां
आगे कहा कि दुनियाभर का मुसलमान सब कुछ बर्दाश्त कर सकता है लेकिन अपने नबी के बारे में अदना सी भी गुस्ताख़ी बर्दाश्त नही कर सकता। उन्होंने मुसलमानों से भी इस मसले पर अपनी बात संविधानिक तरीके से हुक़ूमत तक पहुँचनाने की बात कही। किसी भी तरीके से देश का माहौल खराब न होने पाए। अमन हर हाल में बरकरार रहे।