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रेलवे बोर्ड द्वारा जारी आदेश के विरोध में नरमू का धरना एवं विरोध प्रदर्शन

बरेली – एआईआरएफ के आह्वान पर सम्पूर्ण भारतीय रेलों पर रेलवे बोर्ड द्वारा दिनाँक 20 मई 2022 को जारी तुगलकी फरमान जिसमें रेलवे के नॉन सेफ्टी कैटेगिरी के 50% पदों को समर्पण किये जाने के आदेश बिना फेडरेशन/यूनियन को संज्ञान में लिए जारी किये गये हैं। जिससे रेलवे के कर्मचारियों में भारी असंतोष है। जिसके विरोध में आज दिनांक 27 मई 2022 को एन.ई.रेलवे मजदूर यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष बसन्त चतुर्वेदी के नेतृत्व में सैकड़ों यूनियन पदाधिकारियों तथा रेलवे कर्मचारियों ने यंत्रालय/इज्जतनगर पर शाम 5 बजे भारी संख्या में एकत्रित होकर रेलवे बोर्ड के आदेश के विरुद्ध विरोध जताया।

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सरकार से लड़ी जाएगी आर पार की लड़ाई

कर्मचारियों को सम्भोधित करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष बसन्त चतुर्वेदी ने बताया कि रेलवे बोर्ड ने बिना यूनियन से वार्ता किये मनमाने ढंग से यह आदेश जारी किया है , जो रेलवे कर्मचारियों के साथ धोखा है । जिसे यूनियन बिल्कुल बर्दाश्त नही करेगी, क्योंकि इस आदेश के लागू होने से कई कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय हो जायेगा । जो रेलवे कर्मचारियों के साथ अन्याय है और इसे यूनियन कभी बर्दाश्त नही करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे पहले से ही स्टाफ की कमी से जूझ रही है। वर्तमान में लगभग ढाई लाख पद रिक्त चल रहे हैं जिन्हें भरने की बजाय पदों को सरेंडर किया जा रहा है । जिससे कर्मचारियों पर कार्य का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है और वे बेहद मानसिक तनाव में कार्य कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने अपनी इस साजिश को वापस नहीं लिया तो आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।

आदेश का किया जाएगा पुरजोर विरोध

केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बीएन सिंह ने बताया कि सरकार राकेश मोहन कमेटी की नीतियों को धीरे-धीरे लागू कर रही है , जिसमें नॉन सेफ्टी कैटेगिरी के पदों का 50% समाप्त करने का रेलवे बोर्ड द्वारा निर्णय लिया गया है। जिसका एआईआरएफ के आह्वान पर इससे सम्बंधित सभी रेलवे की यूनियन द्वारा जोनल, मण्डल एवं ब्रान्च स्तर पर पुरजोर विरोध किया जायेगा।

कर्मचारियों ने पदों का समर्पण न करने की दी चेतावनी

मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मलिक ने बताया कि कर्मचारियों के हक की लड़ाई में एन.ई. रेलवे मजदूर यूनियन किसी भी हद तक संघर्ष करने के लिए कृत संकल्पित है। उन्होंने यह भी बताया कि नॉन सेफ्टी कैटेगरी के लगभग 72000 पदों को सरेंडर करने की सरकार की योजना है । जिसके खिलाफ कर्मचारियों को एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पदों को समर्पण ना करने की चेतावनी भी दी।

सरकार कर्मचारियों की भर्ती की जगह उन्हे निकलने पर है उतारू

इस वर्कशॉप मण्डल मंत्री राम किशोर ने बताया कि रेलवे बोर्ड की मनमानी हम नही चलने देंगे। सरकार रेलवे कर्मचारियों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है क्योंकि आज जहां कर्मचारियों की भर्ती करनी चाहिए वहीं सरकार निकालने पर उतारू है। जिसे बर्दाश्त नही किया जायेगा और इसका पुरजोर विरोध किया जायेगा।

आज के कार्यक्रम की अध्य्क्षता आबिदुद्दीन ने की।इस मौके पर रोहित सिंह, सोमनाथ बैनर्जी, आराम सिंह, आर.के.पांडेय, नूतन प्रकाश, शेखर गुप्ता, राम किशोर, मोहन लाल, जितेंद्र,हरीश भारती,महीप कश्यप, ताजुद्दीन खां, मुबारक अंसारी,इंद्र सिंह सक्सेना, मनोज श्रीवास्तव,देव प्रकाश,मो. युनुस, धर्मपाल, अनुराग शुक्ला, शकील अहमद, भुवनेश कुमार, अनिल सेठ, प्रदीप गुप्ता, ओम प्रकाश, राजवीर, सचिन, पवन मिश्रा, हर्ष सक्सेना,अभयमोहन शर्मा,आसिम,साजिद एवं नरमू के मीडिया प्रभारी आरिफ हुसैन इत्यादि उपस्थित थे।

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