ऊषा गंगवार के परिवार की कुर्बानियों को याद कर लोग हुए भावुक
बरेली /नवाबगंज- 121 विधानसभा नवाबगंज की कांग्रेस की प्रत्याशी ऊषा गंगवार 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जनता के बीच जाकर कांग्रेस को वोट देने की अपील कर रही है। वही ऊषा गंगवार के वोट देने के आवाहन पर और उनके परिवार की कुर्बानियों को याद करके लोग भावुक हो गए।
सोमवार की शाम को ऊषा गंगवार पिंटू गंगवार और अपने अन्य समर्थकों के साथ नवाबगंज के गरगईया गांव पहुंचीं जहां पर उन्होंने अपने परिवार की कुर्बानियां और अन्य नेताओं की कारगुजारी के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि उन्होंने क्षेत्र में कितने काम किए । साथ ही धर्मेंद्र गंगवार और पिंटू जब नवाबगंज के ब्लाक प्रमुख थे तब उन्होंने क्षेत्र की जनता को निराश नहीं होने दिया।
लोगों से वोट मांगने पहुंचे धर्मेंद्र गंगवार और पिंटू ने कहा कि उन्होंने हमेशा अपने क्षेत्र की जनता के हक की लड़ाई लड़ी है और जिसमें उन्हें जेल तक जाना पड़ा ।साथ ही उन्होंने अपने परिवार के कुर्बानियों के बारे में भी लोगों को बताया।
ऊषा गंगवार ने कहा कि जब केसर सिंह गंगवार विधायक थे तो उन्होंने बहुत से कार्यों को किया और कुछ कार्य अधूरे भी रह गए । कोरोना काल में उनकी कोरोना की बजह से मृत्यु हो गई। उन्होंने यह भी बताया कि जब वह कोरोना से पीड़ित थे तो उनको समय से अस्पताल में वेड तक नहीं मिल पाया जिससे कि उनका बेहतर इलाज हो सके।
उन्होंने कहा कि केसर सिंह गंगवार के कई अधूरे कार्य जो रह गए हैं अगर वह विधायक बनती हैं तो उनके अधूरे कार्यों को पूरा करेंगी जोकि केसर सिंह गंगवार का सपना था।
अपनी कुर्बानी और पीड़ा को बताते हुए ऊषा गंगवार कई बार भावुक हुई।उनको देखकर ग्रामीण भी भावुक हो गए और उन्होंने ऊषा गंगवार को चुनाव में वोट देने का प्रण लिया।