दरगाह पर मनाया गया उर्स-ए-जिलानी
बरेली : आज दरगाह आला हज़रत पर आला हज़रत के पोते मुफ़स्सिर-ए-आज़म हज़रत इब्राहीम रज़ा खान (जिलानी मियां) साहब का एक रोज़ा उर्स-ए-जिलानी मनाया गया। उर्स की सभी तकरीबात दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) की सरपरस्ती व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) की सदारत में अदा की गई। कुल शरीफ की रस्म सुबह 7 बजे अदा की गई। इसके बाद कार्यक्रम दोपहर तक चला।
दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि 45 वें एक रोज़ा उर्स का आगाज़ बाद नमाज़ -ए-फ़ज़्र कुरानख्वानी से दरगाह परिसर में हुआ। नात-ओ-मनकबत के बाद मुफ्ती सलीम नूरी बरेलवी, मौलाना डॉक्टर एजाज़ अंजुम ने हज़रत जिलानी मियां के ज़िंदगी पर रोशनी डालते हुए कहा कि मसलक-ए-आला हज़रत और मदरसा मंज़र-ए-इस्लाम के फ़रोग़ में हज़रत जिलानी मियां का अहम रोल रहा। फातिहा कारी रिज़वान रज़ा, मुफ्ती अनवर अली,मुफ्ती कफील हाशमी आदि ने पढ़ी। ख़ुसूसी दुआ सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने की। आखिर में सबको तबर्रूक तकसीम किया गया।
इस मौके पर कारी अब्दुर्रहमान क़ादरी,मुफ्ती अफ़रोज़ आलम,मुफ्ती जमील,मुफ्ती मोइनुद्दीन, मुफ्ती सय्यद शाकिर अली,ज़ुबैर रज़ा खान,मास्टर कमाल, अनवारूल सादात,शाहिद नूरी, अजमल नूरी,परवेज नूरी,औररंगज़ेब नूरी, ताहिर अल्वी,हाजी जावेद खान,मंज़ूर खान,शान रज़ा, तारिक सईद,सुहैल चिश्ती, खलील क़ादरी, इशरत नूरी,आलेनबी, सय्यद फैज़ान अली, साकिब रज़ा, काशिफ सुब्हानी,मुजाहिद बेग,एडवोकेट काशिफ,नफीस खान,ज़ोहिब रज़ा, कामरान खान, यूनुस गद्दी, गौहर खान,सय्यद माज़िद अली, इरशाद रज़ा, नईम नूरी,साजिद रज़ा, शाद रज़ा, हाजी अब्बास नूरी,सबलू अल्वी,आसिफ रज़ा, आरिफ रज़ा, शारिक बरकाती जुनैद खान,मिर्ज़ा जुनैद,निककी बेग,सय्यद फरहत आदि लोग मौजूद रहे।