गाय को पालने के बहाने रेलवे कर्मचारी हड़पना चाहता है जमीन
बरेली:थाना भोजीपुरा क्षेत्र के गांव दोहना पीतमराय में सिद्धिविनायक कॉलेज के ठीक सामने रेलवे के भंडार डिपो में काम करने वाले व्यक्ति ने किराए पर जमीन ली थी, जिसके बाद उस पर कब्जा जमाने की नियत से जमीन मालिक का विरोध करना शुरू कर दिया।वहीं इस मामले में भोजीपुरा पुलिस ने कई बार दोनों पक्षों का समझौता कराने की कोशिश की दो बार दोनों पक्षों के बीच समझौता भी हो चुका है,फिलहाल बीती 29 अगस्त को हुए समझौते में एक माह के अंदर डेयरी संचालक ने जमीन खाली करने को लिखा गया है।वहीं यह साफ हो चुका है की डेरी का संचालन गायों की सेवा करने के लिए नहीं बल्कि जमीन को हड़पने के लिए किया गया था।
गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद का रहने वाला हरिशंकर पांडे पुत्र स्वर्गीय हृदय नारायण पांडे पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर के भंडार डिपो में हेल्पर के पद पर कार्यरत है। हरिशंकर पांडे रेलवे द्वारा रहने के लिए आवंटित किए गए कमरे के पास ही झोपड़ी डालकर गायों को पालता था, और गंदगी करता था जिसकी वजह से आसपास के रहने वाले रेलवे कर्मचारियों ने एतराज किया तब पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर के सीनियर सेक्शन इंजीनियर द्वारा हरिशंकर पांडे को 14 दिसंबर 2020 को नोटिस दिया गया और ताकीद की गई कि अगर उसने नोटिस प्राप्ति के 7 दिनों के अंदर रेलवे की जमीन पर उसके द्वारा किया गया अतिक्रमण नहीं हटाया और उसके द्वारा रेलवे की जमीन पर पाली जा रही गायों और उसके गोबर को साफ नहीं किया तो उसके खिलाफ प्रशासनिक और अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। वही इसको लेकर हरिशंकर पांडे ने इज्जतनगर थाना क्षेत्र के आलोक नगर के रहने वाले प्रमोद सिंह से मदद मांगते हुए कहा कि वह गायों को लेकर चिंतित है रेलवे द्वारा उसे जमीन खाली करने को कहा गया है और वह रेलवे की उस जमीन में गाय को पाल रहा है अब ऐसे में वह गाय को लेकर कहा जाएगा,आप अपने दोहना पीतम राय गांव में पड़ी जमीन को उसे किराए पर दे दो जिससे कि वह उस जमीन पर गायों का सेवाभाव से पालन कर सकें और वो इसके बदले में 10,000 रुपये प्रति माह किराए के रूप में देगा।प्रमोद सिंह ने यह समझ कर कि हरिशंकर उसकी खाली पड़ी जमीन पर गायों को पालेगा और उनकी सेवा करेगा उसे जमीन किराए पर दे दी। साथ ही प्रमोद सिंह का कहना है हरिशंकर पांडे ने उससे 50 हजार रुपए उधार भी लिए थे जो उसे लौटा कर अभी तक नहीं दिए और जमीन का किराया भी नहीं दिया।प्रमोद सिंह का कहना है कि उसके प्लाट में पाली जा रही गायों की दुर्दशा भी उसे देख नहीं मिल रही थी, जिस पर प्रमोद सिंह ने हरिशंकर पांडे से उस जमीन को खाली करने को कहा।जमीन खाली करने का बात सुनकर हरिशंकर पांडे आग बबूला हो गया और मारने पीटने पर आमादा हो गया।हरिशंकर ने प्रमोद सिंह से साफ तौर पर कहा कि वह जमीन को खाली नहीं करेगा,उससे जो बन पड़ता है करें।
उस समय सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने दोनों पक्षों को हिरासत में ले लिया और शांतिभंग के अंदेशे से धारा 151 सीआरपीसी के तहत दोनों पक्षों का चालान कर दिया था। वही प्रमोद सिंह और हरिशंकर पांडे के बीच यह समझौता हुआ कि हरिशंकर पांडे 12 अगस्त 2021 तक प्रमोद सिंह की जमीन को खाली कर देगा । लिखित समझौते में दिया गया समय के बीत जाने के बाद प्रमोद सिंह ने हरिशंकर पांडे से जमीन खाली करने को कहा तब हरिशंकर पांडे ने जमीन खाली करने से साफ इनकार कर दिया। प्रमोद सिंह ने इसकी सूचना थाना पुलिस को दी,और कहा कि को समझौते में दिए गए समय पर अपनी जमीन पर पहुंचा था और जमीन को खाली करने को कहा था जिसपर हरिशंकर ने साफ इंकार किया है प्रमोद ने थाने में वो लिखित समझौता दिखाया जिसे दोनो पक्षों द्वारा लिखकर पहले थाना भोजीपुरा पुलिस को दिया गया था। पुलिस के समक्ष प्रस्तुत किए गए समझौते में लिखा था कि हरिशंकर पांडे प्रमोद सिंह की जमीन पर संचालित की जा रही डेरी को 12 अगस्त 2021 तक हटा लेगा। प्रमोद सिंह ने भोजीपुरा थाना पुलिस को बताया उसने समझौते के आधार पर डेयरी संचालक हरिशंकर पांडे से समय बीत जाने पर अपनी जमीन को खाली करने को कहा तो हरिशंकर पांडे आग बबूला हो गया और उसने प्रमोद की जमीन पर संचालित की जा रही डेरी को हटाने से साफ इनकार कर दिया। प्रमोद सिंह की बात सुनकर थाना पुलिस ने समझौते के आधार पर डेयरी खाली करने को हरिशंकर पांडे से कहा तो हरिशंकर पांडे ने पुलिस से भी डेयरी हटाने से इनकार कर दिया। और पुलिस से दोबारा डेयरी हटाने के लिए 1 माह का समय मांगा। हरिशंकर पांडे ने 29 अगस्त 2021 को दोबारा से लिखित समझौते में लिखा है कि वो एक माह के अंदर अब डेयरी खाली करेगा।
हरिशंकर पांडे की डेयरी में हो रही गायों की दुर्दशा
गायों की सेवाभाव की बात बता कर हरिशंकर पांडे ने प्रमोद सिंह से जमीन को किराए पर लिया था मगर अब जबसे हरिशंकर पांडे ने प्रमोद सिंह से जमीन किराए पर ली है तब से लगातार यह देखने को मिल रहा है कि हरिशंकर के द्वारा संचालित की जा रही डेयरी सेवा भाव के लिए नहीं बल्कि जमीन पर अवैध कब्जा करने के लिए किराए का बहाना करके ली है। प्रमोद सिंह की जिस जमीन पर हरिशंकर ने सेवाभाव बता कर गायों को पालना शुरू किया था वही देखने को यह मिल रहा है कि कई गायों की खाने-पीने के अभाव में मौत हो चुकी है और अभी भी डेयरी में गाय तड़प-तड़प कर अपना दम तोड़ रही है।वहीं प्रमोद सिंह का कहना है कि दोहना के स्थानीय खुराफाती और बदमाश किस्म के व्यक्तियों के दम पर हरिशंकर पांडे जमीन को हड़पना चाहता है,डेरी संचालन का मात्र एक बहाना था।