चोरी और छिनैती का सनसनीखेज खुलासा, मोहित चौधरी की सूझबूझ से पांच बदमाश धरे गए

बरेली : कैंट थाना क्षेत्र में नकटिया चौकी प्रभारी उप निरीक्षक मोहित चौधरी की सजगता और त्वरित कार्रवाई ने एक बड़े अपराधी गिरोह का पर्दाफाश कर दिया। मुखबिर की सूचना पर तत्परता दिखाते हुए मोहित चौधरी ने अपनी टीम के साथ मिलकर एक नाबालिग सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से चोरी की 3 मोटरसाइकिल, फर्जी नंबर प्लेट, नाजायज तमंचा, छीना हुआ मोबाइल और छिनैती से प्राप्त 1,500 रुपये बरामद किए गए। यह कार्रवाई न केवल अपराध पर लगाम लगाने में मील का पत्थर साबित हुई, बल्कि उप निरीक्षक मोहित चौधरी की नेतृत्व क्षमता और कर्तव्यनिष्ठा को भी उजागर करती है।
विवरण
बरेली शहर में चोरी और छिनैती की वारदातों से आम जनता में दहशत का माहौल था। इस बीच, 25 अप्रैल 2025 को कैंट थाना क्षेत्र के नकटिया चौकी प्रभारी उप निरीक्षक मोहित चौधरी को मुखबिर ने सूचना दी कि मनपुरिया तिराहे के पास एक बाग में कुछ संदिग्ध युवक चोरी की मोटरसाइकिलों और अवैध हथियारों के साथ मौजूद हैं। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए मोहित चौधरी ने तुरंत अपनी टीम के हेड कांस्टेबल मुकुट सिंह, कांस्टेबल रियाज अली, अजय कुमार, राजीव और प्रिंस के साथ रणनीति बनाई।
खबर मे क्या क्या
मोहित चौधरी ने बिना समय गंवाए अपनी टीम के साथ कटपुला पुल के पास गश्त शुरू की। जैसे ही वे मनपुरिया तिराहे के पास पहुंचे, मुखबिर ने इशारा कर संदिग्धों की पहचान कराई। उप निरीक्षक मोहित की अगुवाई में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वहां मौजूद पांच युवकों को घेर लिया, जिससे उन्हें भागने का कोई मौका नहीं मिला। इनमें चार अभियुक्त—कुनाल कश्यप (19), संदीप (19), अभिषेक (22), विपिन मौर्या (20)—और एक 17 वर्षीय नाबालिग शामिल था।
आरोपियों के पास से बरामदगी
जांच के दौरान, मोहित चौधरी ने पाया कि कुनाल कश्यप के कब्जे से बरामद स्प्लेंडर मोटरसाइकिल की नंबर प्लेट फर्जी थी। ई-चालान ऐप से जांच करने पर पता चला कि यह मोटरसाइकिल 7 दिसंबर 2022 को सतीपुर चौराहे से चोरी हुई थी। कुनाल की जेब से 1,500 रुपये भी मिले, जो उसने नकटिया पुल के पास छीने गए मोबाइल को बेचकर प्राप्त किए थे। संदीप के पास से बरामद होंडा लिवो मोटरसाइकिल भी चोरी की थी, जिसपर फर्जी नंबर प्लेट लगी थी।
अभिषेक के पास से 315 बोर का नाजायज तमंचा बरामद हुआ, जबकि विपिन मौर्या के पास से छीना हुआ ओप्पो मोबाइल मिला। नाबालिग अभियुक्त ने तीसरी मोटरसाइकिल चोरी करने की बात कबूल की, जो काधरपुर से चुराई गई थी।
आरोपियों का कबूलनामा
मोहित चौधरी की पूछताछ में अभियुक्तों ने खुलासा किया कि वे एक संगठित गिरोह के रूप में काम करते थे। कुनाल और संदीप कम भीड़भाड़ वाली जगहों पर बिना लॉक की मोटरसाइकिलों को निशाना बनाते, नरेंद्र और एक अन्य साथी अमनदीप निगरानी करते, जबकि अभिषेक और विपिन चोरी को अंजाम देते। चोरी की मोटरसाइकिलों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर वे इन्हें सस्ते दामों में बेचते और एकांत रास्तों पर छिनैती की वारदातों को अंजाम देते। उन्होंने नकटिया पुल और फरीदपुर मार्ग पर कई छिनैती की घटनाओं को स्वीकार किया।
मोहित चौधरी की इस कार्रवाई की सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने न केवल अपराधियों को पकड़ा, बल्कि बरामद माल को सील कर और गिरफ्तारी मेमो तैयार कर सभी कानूनी औपचारिकताओं का पालन किया। मानवाधिकार आयोग और सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह अनुपालन करते हुए उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि कार्रवाई पारदर्शी और निष्पक्ष हो।
उप निरीक्षक मोहित चौधरी की इस साहसिक और सूझबूझ भरी कार्रवाई ने न केवल बरेली में अपराध पर नकेल कसी, बल्कि जनता में पुलिस के प्रति विश्वास को भी मजबूत किया। उनकी त्वरित निर्णय क्षमता और नेतृत्व ने इस ऑपरेशन को सफल बनाया। पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ धारा 303(2), 317(2), 318(4), 3(5) बीएनएस और 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। मोहित चौधरी की यह उपलब्धि कैंट थाना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए एक मिसाल बन गई है।