बरेली के गांव शेखापुर का बेटा बना लेफ्टिनेंट, गांव का नाम किया रोशन
बरेली – फरीदपुर क्षेत्र के ग्राम शेखापुर के रहने वाले अनिल तिवारी के बेटे उत्कर्ष तिवारी ने लगन व मेहनत से इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट बनकर गांव का नाम रोशन किया है। उत्कर्ष के लेफ्टिनेंट बनने के बाद उनके गांव व परिवार में खुशी का माहौल है व सभी लोगों ने शुभकामनाएं दे रहे हैं।
व्यापारी की दुकान पर काम करके पढ़ाया बेटे को
गांव शेखापुर रहने वाले अनिल तिवारी ने बरेली में व्यापारी की दुकान पर काम करके अपने बेटे उत्कर्ष तिवारी को पढ़ाया लिखाया और अपने परिवार का पालन पोषण भी किया। वही उत्कर्ष की मां प्राइवेट स्कूल में टीचर है।उत्कर्ष के माता पिता ने बताया कि उन्होंने बेटे की पढ़ाई पर विशेष ध्यान दिया। उत्कर्ष तिवारी ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई बरेली के राधा माधव पब्लिक स्कूल में की है। और उसके बाद वह साढ़े 17 वर्ष की उम्र में 1 फरवरी 2017 को इंडियन आर्मी के लिए टेक्निकल एंट्री स्कीम टेस्ट से सिलेक्ट हुए।
उसके बाद 2 जुलाई 2017 को ऑफिसर ट्रेनिंग अकैडमी बिहार के गया जनपद में जॉइनिंग मिली, 2018 से 2021 तक कैडेट्स ट्रेनिंग बिंग कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग में ट्रेनिंग की उसके बाद 12 जून 2021 को पुणे में पासिंग आउट परेड के बाद उत्कर्ष इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट बन गए।
उत्कर्ष ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपनी मां कल्पना तिवारी व पिता अनिल तिवारी को दिया है। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता ने काफी परिश्रम और मेहनत करके उन्हें पढ़ाया लिखाया तभी जाकर वह आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं।
उत्कर्ष का कहना है कि इंडियन आर्मी में पहुंचकर देश की सेवा करने का उन्होंने बचपन में ही सपना देखा था और वह कड़ी मेहनत और लगन के बाद उन्हें देश की सेवा करने का मौका मिला है। वह बड़े ही जज्बे और लगन से इंडियन आर्मी में रहकर देश की सेवा करेंगे। उत्कर्ष के इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट बनने के बाद उनके परिवार व गांव के लोगों में खुशी का माहौल है।